निगम मुख्यालय में वर्ष 2015 और जिलों में वर्ष 2012-13 तक का ही अकाउंट व ऑडिट हुआ है. श्री राय ने दो माह के अंदर अकाउंटिंग और ऑडिट पूरा करा कर सीएजी से स्टैच्यूटरी ऑडिट शुरू कराने का निर्देश दिया. उन्होंने निगम के दायित्व व संपत्ति की रिपोर्ट मांगी. गोदामों की स्थिति से भी अवगत हुए. इस मौके पर मंत्री को बताया गया कि बिहार से बंटवारे के समय निगम को 80 गोदाम मिले थे. बाद में 160 गोदामों का निर्माण कराया गया. श्री राय ने गोदामों की वर्तमान स्थिति पर रिपोर्ट तैयार कर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि कॉरपोरेशन सुपर सीडेड (अवक्रमित) हो गया है.
यह स्वायतशासी होने की जगह पूरी तरह से सरकार द्वारा संचालित हो रहा है. अधिकारियों ने बताया कि निगम में कार्यबल की कमी है. इस पर मंत्री ने स्वीकृत और कार्यरत कार्यबल का विवरण मांगते हुए रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने को कहा. निगम के बायलॉज में आवश्यक सुधार कर सक्षम सक्रिय और लाभकारी संस्था बनाने को कहा.