रांची : रेल डाक सेवा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ ने 16 जुलाई से अनिश्चितकालीन धरने पर जाने की घोषणा की है. बताया जा रहा है कि पिछले 10 साल से 80 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी काम कर रहे थे, लेकिन इन्हें अचानक हटा दिया गया. पीएमओ के निर्देशों के बावजूद इन्हें बहाल नहीं किया जा रहा है. ज्ञात हो कि हर दिन इन कर्मचारियों को 230 रुपये मिलते थे, जिसे हाल ही में 307 रुपये किया था. अपने कम भत्ते को लेकर डोरंडा श्रम न्यायलय में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने केस भी किया था.
संघ के संयोजक कन्हैया सिंह ने कहा कि आरएमएस में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी 80 मजदूरों को (जो 10 वर्षों से काम करते आ रहे थे) काम से निकाल दिया गया. इसके बाद इन मजदूरों के सामने रोजी-रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गयी.