डकरा. बिहार कोलियरी कामगार यूनियन के जोनल अध्यक्ष रतिया गंझू ने एक बयान जारी कर एनके एरिया के महाप्रबंधक और अन्य अधिकारी सहित क्षेत्र के सभी मान्यता प्राप्त श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों से 10 सवाल का जवाब सार्वजनिक रूप से देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में व्याप्त समस्या को लेकर 18 सितंबर से केडीएच परियोजना बंद कराने एवं अन्य चरणबद्ध आंदोलन करने की घोषणा की गयी है. उन्होनें पूछा है कि मोहननगर काॅलोनी में दो करोड़ की लागत से चल रहे एनुअल मेंटेनेंस के काम में ठेकेदार को किये भुगतान की जांच की मांग उठा कर कल्याण समिति सदस्य शैलेश कुमार और कृष्णा चौहान क्यों खामोश हो गये? मोहननगर के काम में ओवरसियर अनिल प्रजापति को हटा कर अभय वर्मा को क्यों भेजा गया और अभय वर्मा द्वारा बुक किया गया मेजरमेंट को ई-एमबी में संतोष उरांव की आइडी से क्यों चढ़ाया गया है, केडीएच काॅलोनी के क्वार्टर में पाइपलाइन से सिवरेज की गंदगी सप्लाई मामले में प्रबंधन और मान्यता प्राप्त ट्रेड यूनियन नेताओं ने क्या जांच की है, उसका खुलासा किया जाये. केंद्रीय विद्यालय का निरीक्षण कार्यक्रम में 17 लाख रुपये की बर्बादी क्यों करायी गयी और जो घटिया काम हुआ, उस पर मान्यता प्राप्त यूनियन नेताओं की चुप्पी का राज क्या है, एनुअल मेंटेनेंस के काम को क्यों नियम पूर्वक नहीं कराया जा रहा है, रोहिणी में पेड़ ट्रांस्प्लांट के नाम पर हुई गड़बड़ी पर क्यों नेता,अधिकारी खामोश हैं. पिछले एक साल में मुख्यालय से भेजे गये फंड को कहां और कितना खर्च किया गया है, कार्मिक विभाग द्वारा मजदूरों का काम नहीं करने पर क्यों यूनियन और प्रबंधन कार्रवाई की पहल नहीं करती है, केडीएच परियोजना के लिए वृहद सर्वे कार्य को क्यों रोका गया और अधिग्रहित जमीन मामले का क्यों निपटारा क्यों नहीं किया जा रहा है.
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