: सूर्य देव को अर्घ अर्पित कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की चितरपुर, रजरप्पा लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ मंगलवार सुबह उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ अर्पित करने के साथ संपन्न हो गया. रजरप्पा कोयलांचल क्षेत्र के विभिन्न छठ घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. व्रती महिलाओं ने कलश, नारियल, फल और प्रसाद से सजी सुपलियों में सूर्य देव को अर्घ अर्पित कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की. दामोदर नदी, बंगलामुखी धाम, रजरप्पा मंदिर परिसर, चितरपुर राजा बांध, सती पोखर, नवा पोखर, वामनधारा नदी के सभी छठ घाटों पर भक्ति, आस्था और उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिला. घाटों पर सफाई, सुरक्षा और लाइट की विशेष व्यवस्था थी. चितरपुर राजा बांध स्थित छठ घाट पर रामसेना ने आकर्षक सजावट की थी. तालाब के बीच भगवान सूर्य की प्रतिमा स्थापित की गयी थी. वहीं, चितरपुर नवा पोखर में जागृति क्लब की ओर से रंग-बिरंगी लाइटों और फूलों से सजे पंडाल ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया. पूरे क्षेत्र में छठी मइया के गीतों की गूंज से वातावरण भक्ति से सराबोर रहा. घाटों और गलियों में उग हो सूरज देव अरघ के बेर, केलवा जे फरेला घवद से और कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाए जैसे पारंपरिक गीतों की मधुर ध्वनि हवा में तैरती रही. रजरप्पा कोयलांचल में छठी मइया के जयकारे गूंजते रहे. उधर, सुरक्षा और विधि व्यवस्था को लेकर चितरपुर सीओ दीपक मिंज, रजरप्पा थाना प्रभारी कृष्ण कुमार ने छठ घाटों का जायजा लिया. सभी छठ घाट पर पुलिस अधिकारी और जवान तैनात थे.
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