घाटोटांड़. विस्थापित संघर्ष मोर्चा, सारुबेड़ा के बैनर तले ग्रामीणों ने रविवार को सीसीएल सारुबेड़ा परियोजना की ट्रांसपोर्टिंग को बंद करा दिया. आंदोलन में बिरजू मांझी, कार्तिक मांझी, शंकर मांझी, राजेश मुर्मू, मानाराम मुर्मू, पन्नालाल मुर्मू चरका, सुनील, अजीत मुर्मू अशोक टुडू, धीरज हेंब्रोम, चांद भाई सोरेन, विक्रम मुर्मू, दीपक हेंब्रम, रूपलाल मुर्मू, अरुण मुर्मू, अरविंद सोरेन, लालू सोरेन, जय सिंह सोरेन मौजूद थे. वहीं, इस मामले को लेकर परियोजना कार्यालय में त्रिपक्षीय वार्ता हुई. इसमें परियोजना पदाधिकारी, ग्रामीण प्रतिनिधि व आउटसोर्सिंग कंपनी फेयर डील इंडिया लिमिटेड के प्रतिनिधि शामिल हुए. वार्ता में फॉर्म बी ने हाजिरी लेने, जियो पेमेंट करने, मजदूरों के दो माह की मजदूरी का भुगतान 10 सितंबर तक करने पर सहमति बनी. इसके बाद आंदोलन स्थगित कर दिया गया. गौरतलब हो कि ग्रामीणों की विभिन्न मांगों को लेकर एक सप्ताह पूर्व सीसीएल सारुबेड़ा परियोजना प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा गया था. इसमें सारुबेड़ा परियोजना के कार्यों को सुचारू रूप से संचालित कराने की मांग करते हुए आउटसोर्सिंग कार्य में लगे मजदूरों का जियो पेमेंट सुनिश्चित करने, सीएमपीएफ और फॉर्म-बी में हाजिरी बनवाने, ट्रांसपोर्ट में काम कर रहे मजदूरों को भी पेमेंट दिलाने व वैकल्पिक रोजगार के तौर पर रोड सेल में कोयला उपलब्ध कराने की बात की थी. मांगें पूरी नहीं होने पर ग्रामीणों ने विस्थापित संघर्ष मोर्चा के बैनर तले रविवार को आंदोलन किया था.
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