::::गोला प्रखंड के किसानों ने विभाग से शीघ्र सर्वे कर मुआवजा देने की मांग की है.
गोला. गोला प्रखंड क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है. खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद हो जाने से किसानों के चेहरों पर मायूसी छा गयी है. किसानों ने सरकार से शीघ्र मुआवजे की मांग की है. क्षेत्र के किसानों ने बताया कि इस बार उन्होंने आलू, गाजर, मटर, बीन सहित कई सब्जियों की खेती की थी, लेकिन अचानक हुई लगातार बारिश ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है. जांगी निवासी किसान ललन कुमार ने बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान आलू की फसल को हुआ है, क्योंकि आलू में अधिक पानी सहन नहीं होता है. लगातार बारिश से खेतों में पानी भर गया है. इससे आलू सड़ने का खतरा बढ़ गया है. उन्होंने कहा कि गाजर और मटर की फसलें भी पानी में गलने लगी हैं. मगनपुर की किसान कौशल्या देवी, नीलम देवी, भोदला देवी, अमित कुमार, धीरन महतो और जयराम महतो ने बताया कि बे-मौसम बारिश से खेतों में लगे धान भी गिरने लगे हैं. किसानों को आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने संबंधित विभाग से शीघ्र सर्वे कर मुआवजा देने की मांग की है.
लगातार नमी से सब्जियों की फसलें प्रभावित हो सकती हैं : इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि अभी तक गोला क्षेत्र में अत्यधिक बारिश की स्थिति नहीं है, लेकिन लगातार नमी से सब्जियों की फसलें प्रभावित हो सकती हैं. धान की फसल को अभी ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि फिलहाल क्षतिपूर्ति से जुड़ा कोई आधिकारिक आदेश प्राप्त नहीं हुआ है. गौरतलब हो कि गोला प्रखंड मुख्य रूप से कृषि प्रधान क्षेत्र है. यहां सालों भर सब्जियों के साथ-साथ धान व आलू की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. ऐसे में लगातार बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

