चितरपुर. चितरपुर के शिवालय मंदिर में दुर्गा वाहिनी ने जगतजननी माता सीता का जन्मोत्सव मनाया. कार्यक्रम में दुर्गा वाहिनी चितरपुर प्रखंड संयोजिका मुक्ता कुमारी और चितरपुर प्रखंड बजरंग दल संयोजक प्रीतम रजक शामिल थे. कार्यक्रम का शुभारंभ माता सीता के चित्र पर पुष्प अर्पित और मां सीता की आरती कर किया गया. माता सीता के चित्र पर सभी ने पुष्प अर्पित कर माता सीता को नमन किया. महिलाओं ने भजन कीर्तन भी किया. सभी ने माता -सीता के आदर्शों को अपने जीवन में चरितार्थ करने का संकल्प लिया. प्रखंड संयोजिका मुक्ता कुमारी ने कहा कि मिथिला के राजा जनक जब हल से भूमि जोत रहे थे, तब धरती से प्रकट हुई एक दिव्य कन्या यही थीं. माना जाता है कि माता सीता देवी लक्ष्मी की अवतार थीं. परंतु वह केवल रानी नहीं थीं. वह आत्मबल, करुणा और आदर्शों की मूर्ति थीं. उन्होंने राजसी वैभव से लेकर वनवास की पीड़ा, बंदिनी जीवन से लेकर त्याग की चरम सीमा तक, हर भूमिका निभायी. उनका जीवन आज की स्त्रियों के लिए प्रेरणास्रोत है. सीता नवमी सिर्फ जन्मोत्सव नहीं है, यह एक ऐसा दिन है जो हर युग को यह याद दिलाता है कि मौन में भी शक्ति होती है. मौके पर गंगाजली कुमारी, मुन्नी देवी, काजल कुमारी, पूजा कुमारी, नेहा कुमारी, प्रिया कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, बबीता देवी, अनीता देवी, सरिता देवी मौजूद थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है