::::दस दिन मध्याह्न भोजन में हुई परेशानी, अब सुचारू रूप से होगा संचालन. चितरपुर. चितरपुर स्थित राजकीय बुनियादी विद्यालय प्रबंधन समिति की उप समिति सरस्वती वाहिनी माता समिति का पुनर्गठन किया गया. इस दौरान विद्यालय प्रबंधन समिति की ओर से चयनित छह महिला सदस्यों में से उषा देवी को सर्वसम्मति से संयोजिका चुना गया. प्रधानाध्यापक चंद्रदेव साव ने बताया कि विभागीय आदेश का पालन करते हुए संयोजिका का चयन किया गया है. अब विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना का संचालन व्यवस्थित और सुचारू रूप से होगा. ग्रामीणों और अभिभावकों ने भी इस निर्णय का स्वागत किया है. गौरतलब हो कि नौ सितंबर को विद्यालय में प्रबंधन समिति का गठन कर लिया गया था. आपसी विवाद के कारण सरस्वती वाहिनी माता समिति का गठन अधर में लटक गया था. इसके कारण विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना का संचालन जैसे-तैसे हो रहा था. इससे बच्चों के बीच अव्यवस्था की स्थिति बनी हुई थी. इसी बीच, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (बीइइओ) की ओर से विद्यालय प्रधानाध्यापक को सरकार के प्रभारी सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, झारखंड सरकार की अधिसूचना संख्या के आलोक में निर्देश दिया गया कि विद्यालय प्रबंधन समिति में चयनित महिला सदस्यों में से ही एक महिला को संयोजिका चुना जाये. निर्देश का पालन करते हुए विद्यालय परिसर में बैठक बुलायी गयी. इसमें सभी महिला सदस्यों ने एकजुट होकर उषा देवी को संयोजिका के पद पर चुना. क्या है सरस्वती वाहिनी माता समिति का नियम : सरस्वती वाहिनी माता समिति विद्यालय प्रबंधन समिति की ही उप समिति है. प्रबंधन समिति की महिला सदस्य ही सरस्वती वाहिनी माता समिति की संयोजिका, उप संयोजिका एवं सदस्य होती हैं. प्राथमिक शिक्षा निदेशालय स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के राज्य प्रभारी सचिव उमाशंकर सिंह के हस्ताक्षर से निर्गत पत्र के अनुसार विद्यालय प्रबंधन समिति की महिला सदस्यों से ही संयोजिका का चुनाव करना है. विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य वही बन सकते हैं, जिनके बच्चे विद्यालय में अध्ययनरत हो.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

