रामगढ़. झारखंड कुशवाहा महासभा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक रविवार को कुशवाहा धर्मशाला में हुई. कार्यक्रम में महासभा के प्रदेश अध्यक्ष हाकिम प्रसाद महतो, महासचिव सत्यदेव प्रसाद वर्मा, संगठन सचिव बटेश्वर प्रसाद मेहता, प्रशिक्षण प्रमुख संजय शान, जिला अध्यक्ष चतुर्भुज कश्यप उपस्थित थे. मौके पर प्रदेश अध्यक्ष हाकिम प्रसाद महतो ने कहा कि कुशवाहा समाज की उपजातियों को बीसी एक में शामिल करने, विस्थापन नीति बना कर लागू करने, विस्थापित क्षेत्र को पंचायती राज का दर्जा देने, झारखंड सरकार के पिछड़ा वर्ग आयोग को स्वतंत्र अस्तित्व प्रदान करने, पिछड़ों का आरक्षण 36 प्रतिशत करने, कृषि को उद्योग का दर्जा देने व महिला विश्वविद्यालय का नाम माता सावित्रीबाई फुले के नाम पर करने जैसी मांगों को लेकर अक्तूबर माह में राजभवन के समक्ष महाधरना दिया जायेगा. महाधरना के बाद राज्यपाल को स्मारपत्र सौंपा जायेगा. महासचिव सत्यदेव प्रसाद वर्मा ने संगठन विस्तार व पंचायत स्तर पर महाधरना को लेकर प्रचार-प्रसार करने की बात कही. संगठन सचिव बटेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि झारखंड में पिछड़ों का आरक्षण कम होना दुर्भाग्यपूर्ण है. संचालन अमृत कुमार दांगी ने किया. धन्यवाद ज्ञापन रमेश प्रसाद कुशवाहा ने दिया. बैठक में निर्णय लिया गया कि अगली बैठक में महाधरना की तिथि तय की जायेगी. बैठक में शिवचंद्र कुशवाहा, मनोज कुमार महतो, प्रदीप कुमार, संदीप कुशवाहा, योगेश दांगी, सुबोध महतो, अरुण कुमार, गोलक नाथ महतो, संजय कुशवाहा, योगेंद्र महतो, मिथलेश कुमार, राजीव कुमार, संतोष कुमार, महेश महतो, महानंद महतो, श्याम किशोर महतो, चेतलाल महतो, अमरनाथ महतो उपस्थित थे.
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