भेल के अधीनस्थ आरवीपीआर कंपनी में मजदूर घायल, रांची रेफर :::पत्रकारों ने दुर्व्यवहार करने पर जतायी नाराजगी, मुखिया ने की जांच कराने की मांग पतरातू. भेल के अधीनस्थ कार्य कर रही आरवीपीआर कंपनी में गुरुवार को कार्य के दौरान एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया. उसकी पहचान गढ़वा के दिलखुश खान (25 वर्ष) के रूप में हुई है. मिली जानकारी के अनुसार, प्लांट परिसर में काम करते समय मजदूर दुर्घटना का शिकार हो गया. उसे कंपनी प्रबंधन पीवीयूएनएल अस्पताल ले गया. प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए रांची स्थित मेडिका अस्पताल रेफर कर दिया गया. घटना की सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंचे स्थानीय पत्रकारों को सीआइएसएफ जवानों व अस्पताल प्रबंधन ने अंदर जाने से रोक दिया. इस दौरान एक चिकित्सक ने एक पत्रकार का मोबाइल फोन छीन लिया. हालांकि, उसे बाद में वापस कर दिया गया. स्थानीय लोगों का आरोप है कि कंपनी में सुरक्षा मानकों की लगातार अनदेखी की जा रही है. एक माह पूर्व भी इसी कंपनी में तीन मजदूर कार्य के दौरान घायल हो गये थे. छोटी-बड़ी घटनाएं लगातार होती रहती हैं, परंतु प्रबंधन की ओर से सुरक्षा में सुधार के कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है. ग्रामीणों व मजदूर संगठनों ने कहा कि प्रबंधन मजदूरों व विस्थापितों की आवाज को दबाता है. मजदूर संगठनों ने घटना की निंदा करते हुए कंपनी की सुरक्षा व्यवस्था की जांच व दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. सेफ्टी की कोई व्यवस्था नहीं है : मुखिया : कटिया पंचायत के मुखिया किशोर कुमार महतो ने कहा कि प्लांट में सेफ्टी की कोई व्यवस्था नहीं है. मजदूरों को भेड़-बकरी की तरह गेट के अंदर भेज दिया जाता है. नौकरी के नाम पर दलालों से एक से दो लाख रुपये लेकर मजदूर रखे जा रहे हैं. जब इसकी शिकायत वरीय अधिकारियों से की जाती है, तो कोई कार्रवाई नहीं होती है. उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी क्षेत्र के सांसद व विधायक को देंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

