कोयला चोरी मामले में बचने-बचाने में व्यस्त रहा प्रबंधन उरीमारी. सीसीएल बरका-सयाल क्षेत्र की सयाल डी परियोजना से रोजाना करीब 10 लाख रुपये की कोयला चोरी से संबंधित खबर शनिवार को प्रभात खबर के अंक में छपने के बाद कोयला चोरों में खलबली मची रही. यह पूरा मामला दिनभर सीसीएल बरका-सयाल क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा, लेकिन प्रबंधन अथवा पुलिस की ओर से इस मामले में कोई ठोस एक्शन नहीं लेने के कारण कोयले की चोरी होती रही. दिनभर कोयला चोर आम दिनों की तरह बाइक से कोयला ढोते रहे. सभी का फोकस ओबी पहाड़ी के पास बने पुराने स्टॉक से कोयले को जल्द हटाने पर रहा. हालांकि, इस पहाड़ी के समीप खदान से नया कोयला लाकर जमा करने का काम नहीं हुआ. इधर, इस मामले में सीसीएल प्रबंधन का रवैया अभी भी ढुलमुल दिख रहा है. शनिवार को दिन भर इस मामले में पदाधिकारी व इसमें संलिप्त सुरक्षाकर्मी एक-दूसरे को बचाने-बचने में व्यस्त दिखे. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि कोयला चोरी का पूरा नेटवर्क कितने संगठित तरीके से संचालित हो रहा है. कोयला चोरी से सीसीएल को रोजाना करीब 10 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान है. इस मामले में पदाधिकारियों से बात करने पर किसी ने भी कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया. सूत्रों ने बताया कि यह मामला गंभीर है. वर्तमान में एरिया के जीएम बाहर हैं. उनके लौटने पर कई लोगों पर कार्रवाई हो सकती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

