रामगढ़. रामगढ़ महिला साहित्य मंच ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय कवि गोष्ठी का आयोजन किया. इसकी अध्यक्षता रामगढ़ कॉलेज की पूर्व प्राचार्या डॉ शारदा प्रसाद ने की. गोष्ठी का शुभारंभ डॉ स्वाति पांडेय ने किया. सबसे पहले मॉरीशस की कक्षा चार की छात्रा समृद्धि रोमा काशीनाथ ने आओ रेत का घरौंदा हम बनायें, मिलकर आज कलाकारी दिखायें, मॉरीशस की छात्र अहाना शिवनंदन ने पेड़-पौधे हमारे मित्र हैं, पेड़-पौधे छोटे हो या बड़े बड़े काम के होते हैं का पाठ कर सब का मन मोह लिया. ओजस्वी अनत ने लक्ष्य जीवन का मुश्किल नहीं, हार हो या जीत मेहनत का फल इसे समझना, श्रिया मिश्रा ने लोहा जितना तपता है, उतनी ताकत देता है, हम आदम के बेटे हैं, आराधना मिश्रा ने न तुम अपने आप को गले लगा सकते हो, ना तुम अपने कंधों पर सर रख कर सो सकते हो, मॉरीशस के शिक्षक डॉ सोमदत्त काशीनाथ ने एक बंगला कविता मैं सागर नहीं हूं, जो मोतियों से भर जाऊंगा झोली तुम्हारी, डॉ स्वाति पांडेय ने भजन प्रस्तुत किया. डॉ शारदा प्रसाद ने नन्हीं कवयित्रियों का उत्साह बढ़ाया. मंच संचालन व धन्यवाद ज्ञापन रामगढ़ महिला साहित्य मंच की उपाध्यक्ष डॉ रजनी गुप्ता ने किया.
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