Jharkhand News: झारखंड के रामगढ़ जिले के वेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र अंतर्गत लईयो में चार दिनों के अंदर आधा दर्जन कौए की मौत का मामला प्रकाश में आया है. इसके लेकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. लोगों के बीच कौओं की मौत को लेकर कई तरह की चर्चा हो रही है. लईयो के ग्रामीणों ने आशंका जताते हुए कहा कि लईयो में कई जगहों से मिथेन गैस का रिसाव हो रहा है. इसके कारण कौए मर रहे हैं. लईयो में अब तक आधा दर्जन कौए की मृत्यु हो गयी है. मांडू प्रखंड के पशु चिकित्सक तारिक अनवर ने कहा कि मिथेन गैस का पक्षी पर असर नहीं पड़ता. कौआ द्वारा मरे हुये जानवर को खा लेने के कारण उसकी मौत हो सकती है.
कौओं की मौत की वजह से लोग भयभीत
ग्रामीणों ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन मिथेन गैस के लगातार रिसाव को लेकर गंभीर नहीं है. ग्रामीणों के लिए दिनोंदिन भयावह होता जा रहा है. गैस रिसाव से लोगों को विभिन्न प्रकार की बीमारी होने की आशंका है. ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारी से क्षेत्र में मर रहे पक्षियों की जांच की मांग की है, ताकि पक्षी की मृत्यु का कारण स्पष्ट हो सके और इसका पता ग्रामीणों को चल सके.
अधिकारियों को कराया जायेगा अवगत
मिथने गैस के तेजी से रिसाव के बीच कौओं की मौत हो रही है. इस संदर्भ में पंचायत के मुखिया सुरेश महतो उर्फ मदन महतो ने कहा कि पंचायत में कौओं के मरने की संख्या बढ़ रही है. इसकी जानकारी जिला के अधिकारियों को दी जायेगी. पक्षी मरने से लोगों की चिंता काफी बढ़ गयी है.
कौओं की मौत की ये है वजह
इस संबंध में मांडू प्रखंड के पशु चिकित्सक तारिक अनवर ने कहा कि मिथेन गैस से पक्षी पर असर नहीं पड़ता है. कौआ द्वारा मरे हुये जानवर को खा लेने के कारण कौओं की मौत हो सकती है. मरे हुये जानवर व पक्षी में अधिक मात्रा में बैक्टेरिया हो जाता है. पक्षी द्वारा इन्हें खा लेने से उसका जीवित रहना मुश्किल है.
रिपोर्ट : वकील चौहान, केदला, रामगढ़