खबर पाकर जीएम पहुंचे अस्पताल डीडीएमएस व आइएसओ ने घटनास्थल का जायजा लिया, कई निर्देश दिये श्रमिक प्रतिनिधियों की पहल पर प्रबंधन ने दिया मृतक के बड़े पुत्र को नियुक्ति पत्र फोटो 12गिद्दी1-जयकुंवर यादव का फाइल फोटो फोटो 12गिद्दी2-मृतक के बड़े पुत्र को नियुक्ति पत्र देते जीएम गिद्दी(हजारीबाग). गिद्दी परियोजना में डयूटी के दौरान रविवार देर रात डंपर (होलपैक) की चपेट में आने से सीसीएलकर्मी जयकुंवर यादव की मौत घटनास्थल पर हो गयी. जैसे ही इसकी खबर मजदूरों को मिली, वैसे ही गिद्दी परियोजना में स्वत: उत्पादन व काम-काज बाधित हो गया. अरगड्डा जीएम संजय कुमार झा ने श्रमिक प्रतिनिधियों की पहल पर मृतक के बड़े पुत्र सौरभ को शाम में प्रोविजनल नियुक्ति पत्र दिया. इसके पूर्व गिद्दी पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया है. डीडीएमएस ए मोहम्मद, आइएसओ के उमेश मेहरोत्रा, राकेश रंजन व सीसीएल सेफ्टी बोर्ड के सदस्यों ने घटना स्थल का जायजा लिया. जानकारी के अनुसार गिद्दी परियोजना में ओवरमैन के पद पर कार्यरत जयकुंवर यादव रविवार को रात्रि पाली में डयूटी पर थे. रात लगभग एक बजे कार्यस्थल पर उन्हें सीसीएल की एक डंपर ने अपनी चपेट में ले लिया. सीसीएलकर्मियों ने उन्हें तुरंत इलाज के लिए गिद्दी अस्पताल लाया. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. घटना की खबर पाकर अरगड्डा जीएम संजय कुमार झा सहित परियोजना के कई अधिकारी गिद्दी अस्पताल पहुंचे. डीडीएमएस ए मोहम्मद तथा आइएसओ के उमेश मेहरोत्रा व राकेश रंजन ने घटना स्थल का जायजा लिया. उन्होंने परियोजना के अधिकारियों को कई निर्देश दिये है. मृतक सीसीएलकर्मी जयकुंवर यादव बिहार के औरंगाबाद जिले के रहने वाले थे. उनकी नौकरी छह साल अभी बची हुई थी. वह अपने पीछे दो पुत्र, एक पुत्री व पत्नी छोड़ गये है. उनकी मौत पर गिद्दी के सीसीएलकर्मियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है. सुरक्षा नियमों में भारी चूक हुई है-सेफ्टी बोर्ड सदस्य सीसीएल सेफ्टी बोर्ड के सदस्य विकास कुमार, खुशीलाल महतो, रविंद्रनाथ सिंह, अरूण कुमार सिंह ने घटनास्थल का जायजा लिया. सेफ्टी बोर्ड के सदस्यों ने कहा कि सुरक्षा नियमों में भारी चूक हुई है. जिसके कारण यह दुर्घटना घटी है. सदस्यों ने कहा कि हमलोग फिलहाल इसका आकलन कर रहे है. सेफ्टी बोर्ड सदस्य अरुण कुमार सिंह ने कहा कि डंपर में प्रॉक्सी डिवाइस काम नहीं कर रहा था. अगर यह काम करता, तो यह घटना नहीं होती. यह प्रबंधन की लापरवाही दर्शाता है. इस मौके पर श्रमिक प्रतिनिधि पुरुषोत्तम पांडेय उपस्थित थे. गिद्दी परियोजना में दुर्घटना की यह पहली घटना नहीं है गिद्दी में यह पहली दुर्घटना नहीं है. एक जनवरी 2015 में डंपर की चपेट में आने से गिद्दी के सीसीएलकर्मी पूना राजा की मौत उत्खनन कार्यशाला में हो गयी थी. इसके अलावा गिद्दी परियोजना में कुछ वर्षों के अंदर छोटी-बड़ी कई दुर्घटनाएं घटी है. दुर्घटना के बाद प्रबंधन की लापरवाही और सुरक्षा नियमों की अनदेखी की बात सामने आती है, लेकिन बाद में इस पर कोई अमल नहीं होता है. घटना की खबर पाकर मांडू विधायक व श्रमिक प्रतिनिधि गिद्दी पहुंचे घटना की खबर पाकर मांडू विधायक निर्मल महतो तथा कई श्रमिक प्रतिनिधि गिद्दी अस्पताल पहुंचे. श्रमिक प्रतिनिधियों ने प्रबंधन को मृतक के आश्रित को नौकरी देने के लिए दवाब डाला. इस मौके पर श्रमिक प्रतिनिधि अरूण कुमार सिंह, पुरूषोत्तम पांडेय, बैजनाथ मिस्त्री, कन्हैया सिंह, धनेश्वर तुरी, सीपी संतन, गौतम बनर्जी, जन्मेजय सिंह, गुड्डू यादव, मनोकामना सिंह, शशिभूषण सिंह, राजेंद्र महतो, रंधीर सिंह, मधुसुदन सिंह, प्रशांत बेलथरिया, निकेश प्रताप सिंह, कुंजलाल प्रजापति, रविंद्र सिंह, संत कुमार सिन्हा, अवतार सिंह, संतोष यादव, सुधीर सिंह, सूरजचंद्र गोस्वामी, बिरजू साव, अजय कुमार सहित कई श्रमिक प्रतिनिधि उपस्थित थे.
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