रामगढ़. विश्व हिंदू परिषद रामगढ़ जिला कार्यालय में मंगलवार को महर्षि वाल्मीकि जयंती मनायी गयी. कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के प्रांत कार्यकारी अध्यक्ष तिलक राज मंगलम, प्रांत सह मंत्री मनोज पोद्दार, जिला कार्यकारी अध्यक्ष अतुलेश सिंह उपस्थित थे. प्रांत कार्यकारी अध्यक्ष तिलक राज मंगलम ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि विश्व के पहले कवि हैं. वाल्मिकी 64 विद्या के ज्ञाता व श्रेष्ठ कुल में उत्पन्न हुए थे. उन्होंने रामायण महाकाव्य की रचना की. रामायण के कारण ही भगवान श्रीराम के प्रेरक चरित्र की जानकारी हम सभी को मिली. उनके आदर्शों से प्रेरणा लेने की जरूरत है. प्रांत सह मंत्री मनोज पोद्दार ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि किसी एक जाति के नहीं, बल्कि पूरे हिंदू समाज के श्रद्धा केंद्र हैं. जिला कार्यकारी अध्यक्ष अतुलेश सिंह ने कहा कि वाल्मीकि समाज के गोत्र राठौड़, चौहान, परमार, सोलंकी आदि हैं. यह गोत्र राजपूत क्षत्रियों के हैं. उन्होंने धर्म और देश के लिए संघर्ष किया. मौके पर छोटू वर्मा, संतोष सिंह, बिरजू गोयनका, विनय शर्मा, पिंकी देवी, चंपा सिंह, दिव्या कुमारी, बसंती देवी, सरस्वती देवी, गायत्री देवी, मंजू देवी, रागिनी देवी उपस्थित थे.
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