बैक टू स्कूल कैंपेन को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया विद्यालय में शिक्षकों का अभाव व शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर अभिभावकों ने उठाये सवाल कस्तूरबा में अध्ययनरत छात्राओं की उपस्थिति 100 दिन नहीं होगी, तो नाम हटेगा प्रतिनिधि, मेदिनीनगर पंडित दीनदयाल नगर स्मृति भवन में शुक्रवार को बैक टू स्कूल कैंपेन को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसका उदघाटन डीसी शशि रंजन, डीडीसी शब्बीर अहमद, सदर एसडीएम सुलोचना मीणा, एसडीम छतरपुर व अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से किया. कार्यशाला में डीसी शशि रंजन ने अभिभावकों से जानकारी ली कि बच्चे स्कूल क्यों नहीं आते हैं. अभिभावकों ने स्पष्ट किया कि कि कई स्कूलों में शिक्षकों का अभाव है. प्राइवेट स्कूल की अपेक्षा सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता का अभाव है. सरकारी स्कूल के शिक्षक एक्टिव नहीं रहते हैं. बच्चों पर ध्यान नहीं देते. शिक्षकों को अपना कार्य ईमानदारी से करना होगा और विद्याथिर्यों के अनुपात शिक्षकों की पदस्थापना जरूरी है. लर्निंग एक्टिविटी को बढ़ाना होगा. आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को दर्री पर, जबकि प्राइवेट स्कूल में बच्चों को बेंच-डेस्क पर बैठाया जाता है. इसके कारण भी बच्चे सरकारी स्कूल में व आंगनबाड़ी केंद्र पर नहीं आते हैं. जगह-जगह पर प्ले स्कूल खुल गया है. कार्यशाला के दौरान डीसी शशि रंजन ने कहा कि सरकारी स्कूल में एडमिशन से कम बच्चे आ रहे हैं. लेकिन फिर भी मिड डे मिल का पैसा निकाल लिया जा रहा है. डीसी श्री रंजन ने कहा कि अभिभावक बच्चों को काम में लगा देते हैं. जिस कारण भी बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं. कई बच्चे ऐसे हैं जो प्राइवेट स्कूल में पढ़ रहे हैं. उनका सरकारी स्कूल में भी नाम चल रहा है. बच्चों को स्कूल भेजने के लिए मोटिवेट करना होगा. डीसी ने कहा कि कस्तूरबा विद्यालय में नामांकित छात्राएं कई महीने तक स्कूल में नहीं रहती हैं. 100 दिन तक स्कूल से अनुपस्थित रहने पर उसका नाम हटा दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि गर्मी की छुट्टी के बाद सरकारी स्कूल में अच्छे शिक्षक है. उनका लेक्चर रिकॉर्ड करके स्कूलों में दिया जायेगा. चाइल्ड मैरिज को लेकर डीसी ने डीइओ पर जतायी नाराजगी कार्यशाला के दौरान डीसी रंजन ने ड्रॉप आउट बच्चे के बारे में डीइओ सौरभ प्रकाश से पूछा, तो डीइओ ने कहा कि चाइल्ड मैरिज के कारण भी बच्चे स्कूल छोड़ दे रहे हैं. इस पर डीसी ने कड़ी नाराजगी जतायी. उन्होंने कहा कि आज के दौर में चाइल्ड मैरिज नहीं के बराबर होता है. इसलिए यह कहना गलत होगा. प्राइवेट स्कूल के डायरेक्टर कर रहे थे मंच का संचालन सरकारी स्कूल का बैक टू स्कूल कैंपेन को लेकर कार्यशाला चल रही थी. जिसमें शहर के ग्रीन वैली स्कूल के डायरेक्टर मंच का संचालन कर रहे थे. इस बात को लेकर कई अभिभावकों ने सवाल खड़ा किया है. इस संबंध में डीइओ सौरव प्रकाश ने कहा कि जो व्यक्ति सरकारी स्कूल में शिक्षक है. वह प्राइवेट स्कूल नहीं चला सकता है. इसके बारे में जानकारी मिली है. कार्रवाई की जायेगी.
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