मेदिनीनगर. नगर निगम प्रशासन ने सरकारी बस डिपो के समीप व डीसी आवास के पीछे खाली जगह पर कचरा डंपिंग यार्ड बनाया है. पिछले करीब दो वर्ष से अधिक समय से यह डंपिंग यार्ड संचालित हो रहा है. इसी स्थल पर नगर निगम के ट्रैक्टर, टेंपो, पानी टंकी, शौचालय सफाई यंत्री, चलंत शौचालय, ट्रक, हाइवा, जेसीबी व पिंक सीटी बस को खड़ा किया जाता है. शहर के विभिन्न मुहल्लों से टेपो व ट्रैक्टर के माध्यम से कचरा व गंदगी का उठाव कर डंपिंग यार्ड में रखा जाता है. इसके बाद हाइवा व ट्रक के द्वारा कचरा व गंदगी को चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के मंगरदाहा में फेंका जाता है. तीन दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश के कारण नगर निगम के कचरा डंपिंग यार्ड में जल- जमाव हो गया. वह कैंपस पूरी तरह पानी से भरा हुआ था. डंपिंग यार्ड में गंदगी व कूड़े कचरे के सडांध से वातावरण दूषित हो रहा है. हलांकि निगम प्रशासन टुलू पंप का उपयोग कर पानी निकालने का प्रयास कर रही है. लेकिन दुर्गंध से वहां कर्मचारियों को रहना मुश्किल हो रहा है. निगम के कई चालकों ने बताया कि यही स्थिति रही तो कई कर्मी बीमार पड़ जायेंगे. इस तरह नगर निगम प्रशासन द्वारा कचरा डंपिंग के लिए जो व्यवस्था की गयी है, उससे बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है. डंपिंग यार्ड से सटे डीसी आवास है. बगल में सरकारी बस डिपो संचालित होता है. डीपो परिसर में ही सब्जी व फल का हॉलसेल दुकान है. शहरी व ग्रामीण क्षेत्र से सब्जी व फल के कारोबारी प्रतिदिन यहां पहुंचते है. लोगों का कहना है कि दुर्गन्ध से काफी परेशानी होती है. सब्जी व फल के थोक विक्रेता भी निगम प्रशासन के डंपिंग यार्ड से उठने वाले दुर्गंध से परेशान रहते हैं. इस तरह निगम शहर के बीचों बीच कचरा डंपिंग यार्ड बनाकर वातावरण को प्रदूषित कर रही है. पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर के शहरी क्षेत्र के साफ-सफाई का दायित्व नगर निगम प्रशासन को है. शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने का दावा निगम प्रशासन भले ही करें, लेकिन वह अपने कार्यों में सफल नही हो पाती है. यही वजह है कि शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. जगह-जगह पर कूड़े कचरे का ढेर लगा रहता है. मुहल्ले की गलियों में समय पर कचरे का उठाव नही होता है. बारिश के कारण उससे दुर्गंध उठ रही है और लोग परेशान है. गंदगी व जल जमाव से फैलेगी कई बीमारी : सीएस पलामू के सिविल सर्जन डा अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि बरसात में संक्रमण व जल जनित कई तरह की बीमारी का खतरा बना रहता है. गंदगी व जल जमाव से कई बीमारी फैलने की आशंका है. उन्होंने बताया कि गंदगी व जल जमाव रहेगा वहां डेंगू, मलेरिया, चिकुनगुनिया मच्छर पैदा होते है. बरसात में डेगू मलेरिया फैलने की आशंका बनी रहती है. वातावरण प्रदूषित होने पर इस तरह की बीमारी फैलने का अवसर मिलता है. डायरिया व श्वास रोग भी होने की संभावना बढ़ जाती है.
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