पाटन ़ लोइंगा से पांडेयपुरा होते हुए सहदेवा तक की मुख्य सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. हालात ऐसे हैं कि लोगों को पैदल चलना भी दूभर हो गया है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क की मरम्मत वर्षों से नहीं हुई है और ना ही कोई जनप्रतिनिधि या पदाधिकारी इस दिशा में गंभीर नजर आता है. परिचालन ठप, दुर्घटनाएं आम : सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि दोपहिया वाहन अक्सर अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं. स्थानीय निवासी जीतू दुबे उर्फ ऋषिकेश दुबे, आशुतोष दुबे, अवधेश पासवान, अजीत पासवान, पप्पू यादव, संजू पासवान और गोविंद भुइयां सहित कई लोगों ने बताया कि आम जनता की इस गंभीर समस्या की ओर शासन-प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है. जनप्रतिनिधियों की चुप्पी से आक्रोश : ग्रामीणों का कहना है कि अगर जनप्रतिनिधि, सांसद और विधायक संवेदनशील होते, तो अब तक इस सड़क का निर्माण हो गया होता. उनकी बेरुखी के कारण लोगों को आज भी इस जर्जर मार्ग से गुजरना पड़ रहा है. बढ़ी दूरी, समय और खर्च दोनों में इजाफा : यह मार्ग मेदिनीनगर तक पहुंचने का सबसे सुगम और छोटा रास्ता था. लोइंगा, बरवाडीह, असनौर और तरहसी प्रखंड के दर्जनों गांवों के लोग इसी रास्ते का उपयोग करते थे. लेकिन अब सड़क की बदहाली के कारण लोगों को किशुनपुर होते हुए मेदिनीनगर जाना पड़ रहा है, जिससे यात्रा की दूरी करीब आठ किलोमीटर बढ़ गयी है. इससे न केवल समय की बर्बादी हो रही है, बल्कि अतिरिक्त खर्च भी बढ़ गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

