मेदिनीनगर. नीलांबर – पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय की लचर व्यवस्था को दुरुस्त कर गतिविधियां को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. शैक्षणिक वातावरण सुदृढ़ कर सिस्टम दुरुस्त किया जायेगा. वीसी ने कहा कि जुलाई माह में यूजी-पीजी सहित अन्य 13 परीक्षा को पूर्ण किया जायेगा. इसके बाद एक सप्ताह में कॉपी जांच कर जल्द रिजल्ट प्रकाशित किया जायेगा. वीसी श्री सिंह गुरुवार को विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के कुलपति कक्ष में प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि परीक्षा समय पर नहीं लेने पर संबंधित पदाधिकारियों व कर्मियों को हटा दिया जायेगा. वीसी ने कहा कि कार्यों का निष्पादन ससमय करें. अकारण फाइलों का ढेर टेबल पर न लगायें. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ प्रत्येक सप्ताह बैठक कर कार्यों की समीक्षा की जायेगी. लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नही की जायेगी. वीसी ने कहा कि डीएसडब्ल्यू सेल से रजिस्ट्रेशन का काम समय पर नहीं हो पा रहा है. कार्य संस्कृति में सुधार लाने की जरूरत है. विश्वविद्यालय के तहत अंगीभूत महाविद्यालयों में शैक्षणिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए संबंधित महाविद्यालय के प्राचार्य के साथ बैठक कर कमियों को दूर किया जायेगा. सत्र 2022-26 के छात्रों का इस वर्ष दो सेमेस्टर की परीक्षा के बदले तीन सेमेस्टर की परीक्षा ली जायेगी. ताकि सत्र को नियमित किया जा सके. परीक्षा विभाग के द्वारा दो माह में 910 लोगों को डिग्री दिया गया है. वीसी ने कहा कि विश्वविद्यालय के पीजी विभाग में जीएलए कॉलेज के पीजी विभाग को मर्ज किया जायेगा. विश्वविद्यालय से जीएलए कॉलेज परिसर नजदीक है. वीसी ने कहा कि विश्वविद्यालय में वर्षों से जमे पदाधिकारी व कर्मियों को जल्द स्थानांतरण किया जायेगा.
विश्वविद्यालय के नये भवन के निर्माण कार्य का होगा ऑडिट
वीसी डॉ सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के नये भवन निर्माण कार्य का जल्द ऑडिट कराया जायेगा. विश्वविद्यालय का अपना बाउंड्री व गेट नहीं है. पांकी रोड के मुख्य सड़क पर जीएलए कॉलेज का गेट बना हुआ है. विश्वविद्यालय का भव्य मुख्य द्वार बनाया जायेगा. विश्वविद्यालय की भूमि पर चहारदीवारी का निर्माण होगा. इसके अलावा शेड का निर्माण कराया जायेगा. ताकि विश्वविद्यालय के पदाधिकारी व कर्मियों को वाहन खड़ी करने में सुविधा होगी. इसके निर्माण कार्य के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा 15 लाख दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नाबार्ड के माध्यम से विश्वविद्यालय के अंदर 10 लाख लीटर क्षमता का वाटर टैंक बनाया जायेगा.
रिटायर शिक्षकों को तीन करोड़ का किया गया है भुगतान
वीसी ने बताया कि दो माह के अंदर रिटायर शिक्षकों का तीन करोड़ से अधिक का भुगतान किया गया है. 43 शिक्षकों का सातवां व ग्रेच्युटी स्वीकृत किया गया है. इसके लिए राशि मांगी गयी है. राशि प्राप्त होने पर भुगतान कर दिया जायेगा. जबकि छठा पे के अनुसार 50 लाख 53 हजार एरियर का भुगतान किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है