प्रतिनिधि, मेदिनीनगर
शुक्रवार को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया गया. इस अवसर पर परिवार स्वास्थ्य पखवारा की शुरुआत हुई. मुख्य अतिथि सदर एसडीओ सुलोचना मीणा ने दीप प्रज्ज्वलित कर जिला स्तरीय कार्यक्रम का उदघाटन किया.एसडीओ सुलोचना मीना ने कहा कि देश की बढ़ती जनसंख्या वास्तव में गंभीर समस्या बनती जा रही है.जनसंख्या बढ़ने की वजह से लोगों के समक्ष कई तरह की परेशानी उत्पन्न हो रही है.खुशहाल परिवार व स्वस्थ्य जीवन के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण किया जाना आवश्यक है. यह तभी संभव होगा, जब जमीनी स्तर पर आम नागरिकों को जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरूक किया जायेगा. उन्होंने कहा कि कुछ लोग बेटा व बेटी में फर्क समझते हैं.पुत्र प्राप्ति के चक्कर में दो से अधिक बच्चे जन्म ले लेते हैं. इस वजह से भी जनसंंख्या बढ़ रही है. जमीनी स्तर पर काम कर रहे स्वास्थ्य साहिया व एएनएम को आम नागरिकों को जनसंख्या नियंत्रण के बारे में जागरूक करना चाहिए.मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ पीएन महतो ने कहा कि जनसंख्या बढ़ने से कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होती है. कार्यक्रम की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ अनिल श्रीवास्तव ने की. कार्यक्रम का संचालन स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम प्रदीप कुमार व धन्यवाद ज्ञापन एमएमसीएच के अधीक्षक डॉ अजय कुमार ने किया. जिला आरसीएच पदाधिकारी डा एसके रवि ने विषय प्रवेश कराया. मौके पर डॉ अनूप कुमार, शहरी डीपीएम सुखराम बाबू सहित काफी संख्या में स्वास्थ्य सहिय व एएनएम मौजूद थी.
जिले में 74 नसबंदी व 1104 बंध्याकरण का लक्ष्य
कार्यक्रम में सिविल सर्जन डा अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 11 जुलाई से परिवार नियोजन पखवाड़ा शुरू होता है. इस वर्ष भी परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत जिले में 1104 महिलाओं का बंध्याकरण व 74 पुरुषों के नसबंदी का लक्ष्य रखा गया है.परिवार नियोजन पखवारा के तहत लोगों को जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार के उपाये के बाारे में जानकारी दी जायेगी और इसका उपयोग करने के लिए उन्हें प्रेरित किया जायेगा.
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