जीवन में आगे बढ़ने के लिए आत्मविश्वास जरूरी प्रतिनिधि, मेदिनीनगर पंडित दीनदयाल स्मृति टाउन हॉल में मंगलवार को प्रभात खबर ने प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया. पलामू जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के जैक, सीबीएसइ और आइसीएसइ बोर्ड से 10 वीं और 12वीं परीक्षा में बेहतर करने वाले 550 प्रतिभावान बच्चों को सम्मानित किया गया. समारोह में मुख्य अतिथि पलामू जोन के आइजी सुनील भास्कर, पलामू डीआइजी नौशाद आलम, पलामू डीइओ सौरभ प्रकाश, पलामू सिविल सर्जन डा अनिल कुमार सिंह, ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉ एके सिंह, चैनपुर रेंजर ने उदघाटन किया. इसकी अध्यक्षता पलामू ब्यूरो चंद्रशेखर सिंह व संचालन अनुज कुमार सिंह ने किया. मौके पर आइजी श्री भास्कर ने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए सही मार्गदर्शन मार्गदर्शन जरूरी है. जब तक सही मार्गदर्शन नहीं मिलता किसी को भी मंजिल हासिल नहीं होती है. इसलिए सही मार्गदर्शन के बीच आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए.मैट्रिक और इंटर की परीक्षा पास करने के बाद आगे की पढ़ाई करने के लिए उन्हें अच्छे शैक्षणिक संस्थान में जाना है, लेकिन वहां अपने वर्तमान शैक्षणिक योग्यता को लूज नहीं करना चाहिए .निरंतर प्रयास करना होगा. यह नहीं मानना चाहिए कि मैं टॉपर हो चुका हूं और मुझे अब मेहनत करने की जरूरत नहीं है. जब तक सफलता नहीं मिलती, तब तक मेहनत करते रहने की जरूरत होती है .इसलिए सही दिशा में अपनी कार्य क्षमता को बनाये रखें, तभी उन्हें जीवन में अपनी अलग पहचान बनेगी. उन्होंने कहा कि भविष्य में यदि आप असफल होते हैं. तो निराश होने की जरूरत है.यदि कहीं कोई समस्या दिखती है, तो इसके समाधान के लिए अपने अभिभावकों, मित्रों को शेयर करें. संभव है उस समस्या का निदान मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसी कोई भी समस्या नहीं है, जिसका समाधान नहीं है. जीवन एक किताब की तरह है. जिसका अभी पहला पन्ना खुला है. अभी पूरी जिंदगी बची हुई है. समय का सदुपयोग करने वाले का संवरता है जीवन: डीआइजी प्रतिभा सम्मान समारोह में पलामू क्षेत्र के डीआइजी नौशाद आलम ने कहा कि जीवन में समय का काफी महत्व है. जिन लोगों ने समय का सदुपयोग किया, उनका जीवन संवर गया है. इसलिए जीवन के हरेक पल सदुपयोग किया जाना चाहिए. विद्यार्थी जीवन में तो समय का और महत्व होता है. जो विद्यार्थी समय का सम्मान करते हुए अनुशासन के साथ परिश्रम करते हैं निश्चित रूप से हासिल होती है. उन्होंने कहा कि आज के समय में संसाधनों की कमी नहीं रह गयी है. पहले के समय में विद्यार्थियों को संसाधनों का अभाव था. सभी समस्याओं से जूझने के बाद उन्हें अपनी मंजिल पाने के लिए प्रयास करना होता था, लेकिन आज समय बदल चुका है. विद्यार्थियों को सभी संसाधन मौजूद हैं.अभिभावकों के साथ साथ सरकार के आगे बढ़ाने के लिए सभी संसाधन उपलब्ध कराया जा रहा है.इसलिए विद्यार्थियों को अपने भविष्य का निर्माण के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए.इस दौरान हो सकता है चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है लेकिन अपने मंजिल को पाने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर काम करना चाहिए. प्रतिभा और परिश्रम एक सिक्का के दो पहलू: सिविल सर्जन सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार ने कहा कि प्रतिभा और परिश्रम के बीच गहरा संबंध है. दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. प्रतिभा उसी में आती है, जो परिश्रम करता है. बिना परिश्रम के कुछ नहीं मिल सकता है. विद्यार्थियों को सफलता हासिल करने के लिए सबसे पहले लक्ष्य तय करने की जरूरत है. इसके बाद मेहनत से अपनी लक्ष्य को पाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए.इस बीच विपत्ति आती है, तो उससे विचलित नहीं होना चाहिए. बल्कि उसका डटकर मुकाबला करना चाहिए. अभी और आगे बढ़ना है : डीइओ जिला शिक्षा पदाधिकारी सौरभ प्रकाश ने कहा कि यह मैट्रिक अथवा इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण करना अंत नहीं है. यह एक पड़ाव है. इसके बाद आगे भी बढ़ते रहना है. तब तक बढ़ना है, जब तक मंजिल हासिल नहीं हो जाती है. सच में अगर देखा जाये, तो अभी संघर्ष शुरू हुआ है और यह चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि यदि अभिभावक बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित होते हैं, तो यह स्वाभाविक है. लेकिन बच्चों को अपने अभिभावकों को भी यह विश्वास दिलाना होगा कि उन्हें मौका दीजिए वह अपने मंजिल को हासिल करके रहेंगे. बच्चों को अपने अभिभावकों को विश्वास में लेना चाहिए उनके साथ कभी विश्वास घात नहीं करना चाहिए. क्योंकि माता-पिता हमेशा बच्चों के भलाई के लिए ही सोचते हैं. इसलिए बच्चों का भी कर्तव्य बनता है कि वह माता-पिता के सपनों को पूरा करे. लक्ष्य निर्धारित करके मेहनत करने की जरूरत : डॉ एके सिंह प्रभात खबर सम्मान समारोह में ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉ एके सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों को एक लक्ष्य निर्धारित करके मेहनत करने की जरूरत है. अपने जीवन में जिस लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं उस दिशा में पूरी ईमानदारी के साथ मेहनत करने पर सफलता निश्चित मिलती है. उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में कई बार असफलताओं का भी सामना करना पड़ता है. उससे विचलित होने की जरूरत नहीं होती है, बल्कि असफलताओं से यह सीख लेनी चाहिए कि कहां चूक हो गयी है और फिर पूरे उत्साह और लगन के साथ अपने लक्ष्य को हासिल करने के दिशा में काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज के समय में विद्यार्थियों को मोबाइल, इंटरनेट एक चुनौती बनकर सामने आया है. विद्यार्थियों को उसके दुरुपयोग से बचना चाहिए. जीवन में संस्कार का भी महत्व है, इसलिए विद्यार्थियों में विनम्रता, माता-पिता के प्रति सम्मान जरूरी है. उन्होंने कहा कि सच्ची लगन के साथ की गयी मेहनत कभी बेकार नहीं जाती है. मौके पर गिरवर हाई स्कूल के प्राचार्य डॉ नीरज कुमार द्विवेदी, लेस्लीगंज हाई स्कूल प्राचार्य अमरेश कुमार सिंह, केजी स्कूल के प्राचार्य आशीष दुबे, शिक्षक नेता अमरेश कुमार सिंह, सिस्टर सेबेस्टिना, डॉ प्रेमजीत सिंह, पूर्व प्रधानाध्यापक व्यास राम चौरसिया, प्रभात खबर के शिवेंद्र कुमार, राकेश पाठक, कुंदन कुमार चौरसिया, रामनरेश तिवारी, पिंटू कुमार सिंह, रमेश रंजन, निखिल सिन्हा, कृष्ण गुप्ता, नौशाद अहमद, अनुज कुमार रवि, मनीष कुमार, योगेंद्र विश्वकर्मा, पवन कुमार, अनूप कुमार, बृजेश दुबे, मुकेश सिंह, अजीत सिंह, संतोष कुमार सहित अन्य मौजूद थे.
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