प्रतिनिधि, मेदिनीनगर मंगलवार को पलामू में आइजी सुनील भास्कर की अध्यक्षता में अंतरराज्यीय सुरक्षा बैठक आयोजित की गयी. बैठक में पलामू, गढ़वा, लातेहार, और बिहार राज्य के एसएसबी तथा सीआरपीएफ के उच्च अधिकारियों ने हिस्सा लिया. बैठक में आइजी सुनील भास्कर ने कहा कि संगठित अपराध विकास कार्यों में बाधा बन रहे हैं. ऐसे अपराधियों को चिह्नित कर शीघ्र गिरफ्तारी की जाये, जो अपराधी जमानत पर रिहा हैं, उन पर विशेष निगरानी रखने और दोबारा अपराध में लिप्त पाए जाने पर सीसीए (क्राइम कंट्रोल एक्ट) लगाने की सिफारिश करने के निर्देश दिये गये. आइजी ने कहा कि नक्सली गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है. उन्होंने नक्सलियों से सरेंडर कर मुख्य धारा में लौटने की अपील की, अन्यथा सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। बैठक में बताया गया कि हाल के सभी मामलों में पुलिस ने त्वरित गिरफ्तारी की है. आइजी ने ग्रामीण क्षेत्रों में सिविल एक्शन प्लान को कारगर तरीके से लागू करने और ग्रामीणों को मुख्यधारा से जोड़ने पर जोर दिया. नारकोटिक्स मामलों में तीनों जिलों की पुलिस की प्रशंसा करते हुए कहा कि अब सरकारी कर्मियों की भी जवाबदेही तय की जा रही है, कई को नोटिस जारी किये गये हैं. समीक्षा के दौरान तीनों जिलों के केसों की स्थिति, विशेषकर महिला संबंधी अपराधों में तेजी से कार्रवाई और दो महीने के भीतर चार्जशीट दायर करने के निर्देश एसपी को दिये गये. बैठक में डीआइजी नौशाद आलम, सीआरपीएफ डीआइजी पंकज कुमार, एसएसबी डीआइजी मनवेंद्र नेगी, पलामू एसपी रीषमा रमेशन, गढ़वा एसपी अमन कुमार, लातेहार एसपी कुमार गौरव, एएसपी अभियान राकेश कुमार सिंह सहित कई वरीय अधिकारी मौजूद थे.
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