प्रतिनिधि, पाटन
पाटन प्रखंड के करीब 40 विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना ठप पड़ी हुई है।. कारण है आवंटन और राशि का अभाव।. यह स्थिति गर्मी छुट्टी से पहले से ही बनी हुई है और छुट्टी के बाद स्कूल खुलने के एक सप्ताह बाद भी बच्चों को भोजन नहीं मिल पा रहा है. इससे अभिभावकों और शिक्षकों में भारी नाराजगी है।.
पांडेयपुरा से लेकर मेराल तक भोजन व्यवस्था ठप
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सूत्रों के अनुसार, पांडेयपुरा स्तरोन्नत हाई स्कूल में गर्मी छुट्टी से पहले से ही मध्याह्न भोजन बंद है. यही हाल कसवाखांड, रूदीडीह, राजहरा, सुठा, मेराल, शोले, सिरमा पंचायत के विद्यालयों का भी है. इनमें से कई स्कूलों में बच्चे भोजन के इंतजार में स्कूल आते हैं, लेकिन भूखे लौट जाते हैं. स्थानीय लोगों ने इसे बच्चों के निवाले पर डाका बताया है और सवाल उठाया है कि पदाधिकारी इतने दिनों से इस गंभीर स्थिति से अनभिज्ञ कैसे हैं.
राशन आवंटन में देरी से बिगड़ी व्यवस्था
प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रखंड के लिए 891 क्विंटल खाद्यान्न का आवंटन हुआ है, लेकिन अब तक केवल 750 क्विंटल का ही उठाव हो सका है. करीब 140 क्विंटल खाद्यान्न अब भी उठाया जाना शेष है. शुक्रवार को उठाव के लिए तीन पिकअप वाहनों को लगाया गया था, परंतु इससे सभी विद्यालयों तक तत्काल आपूर्ति नहीं हो सकी.
इन विद्यालयों में बंद है मिड-डे मील
सुठा उमवि, सुठा पहाड़ी टोला, सिरमा, भोंगा, मेराल मवि, झरीनिमियां, किसैनी, नावाडीह भूड़वा, कुम्हवा समेत दर्जनों विद्यालयों में मध्याह्न भोजन पूरी तरह बंद है.
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