प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम में लोगों ने रखीं अपनी समस्याएं, समाधान की मांग
– प्राथमिक उपचार के लिए भी ग्रामीण 35 किलोमीटर दूर जाने को मजबूर
प्रतिनिधि, पाटन
ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाने और उनके समाधान की दिशा में सार्थक पहल के तहत शनिवार को पाटन प्रखंड के नावाखास बाजार परिसर में ‘प्रभात खबर आपके द्वार’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता रघुवंश प्रसाद ने की, जबकि संचालन प्रभात खबर के प्रतिनिधि रामनरेश तिवारी ने किया. उन्होंने बताया कि अखबार किस प्रकार सामाजिक दायित्व निभाते हुए गांवों की आवाज प्रशासन तक पहुंचा रहा है. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शामिल ग्रामीणों ने अपनी-अपनी समस्याएं खुलकर सामने रखीं. लोगों ने बताया कि गांवों में सड़क, बिजली, पानी, सिंचाई, स्वास्थ्य सहित बुनियादी सुविधाओं का भारी अभाव है. गरीब और बेरोजगार लोग लगातार परेशान हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन उनकी समस्याओं के समाधान को लेकर गंभीर नहीं है. ग्रामीणों ने कहा कि हालात इतने खराब हैं कि रोजगार के लिए पलायन मजबूरी बन चुका है. गांव में पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध नहीं है. लोगों ने बताया कि इलाके में स्वास्थ्य सुविधा नगण्य है. नावाजयपुर के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को प्रमोट कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा तो दिया गया, लेकिन डॉक्टर की तैनाती नहीं होने से लोगों को सुविधा नहीं मिल पा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि प्राथमिक उपचार के लिए भी उन्हें 35 किलोमीटर दूर मेदिनीनगर के एमएमसीएच जाना पड़ता है. दीपौवा स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र को आरोग्य मंदिर घोषित किया गया है, लेकिन वहां भी डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति नहीं की गयी है. ग्रामीणों ने साफ कहा कि क्षेत्र में विकास के नाम पर सिर्फ भवन बने हैं, जबकि सुविधाएं नदारद हैं. कार्यक्रम में विभिन्न समस्याओं को लेकर उपस्थित लोगों में काफी आक्रोश दिखायी दिया.
ग्रामीणों की समस्याएं उनकी ही जुबानीचिकित्सा सुविधा का घोर अभाव : सरवर हुसैन
सरवर हुसैन ने कहा कि नावाजयपुर इलाके में स्वास्थ्य सुविधाएं लगभग न के बराबर हैं. सरकार ने कई स्वास्थ्य केंद्रों का भवन तो बना दिया, लेकिन डॉक्टर की नियुक्ति नहीं हुई. इससे ग्रामीणों को इलाज के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है.
सड़क की स्थिति बदहाल : बीरेंद्र शर्माबीरेंद्र शर्मा ने कहा कि विकास के मामले में यह इलाका काफी पिछड़ा हुआ है. गांवों में आवागमन के लिए अच्छी सड़कें नहीं हैं और जो पहले बनी थीं, उनकी स्थिति जर्जर हो चुकी है.
ग्रामीणों को सुविधाएं मिलनी चाहिए : अरविंद पासवान
अरविंद पासवान ने कहा कि सरकार और प्रशासन विकास का दावा करते हैं, लेकिन जमीन पर स्थिति इसके उलट है. ग्रामीणों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना आवश्यक है.
न सड़क है, न स्वास्थ्य सुविधा : सुदामा महतोग्रामीण सुदामा महतो ने कहा कि गांवों में सड़कें खराब हैं और स्वास्थ्य सुविधा भी उपलब्ध नहीं है. विभाग सिर्फ भवन बना कर छोड़ देता है, जबकि सेवाएं नदारद रहती हैं.
हर तरफ समस्याओं का अंबार : प्रमोद तिवारी
प्रमोद तिवारी ने कहा कि क्षेत्र में एक-दो नहीं, बल्कि हर ओर समस्या ही समस्या है. जर्जर सड़कें, स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव और रोजगार की कमी से लोग परेशान हैं.
सिंचाई की सुविधा का अभाव : राधेश्याम सिंहराधेश्याम सिंह ने कहा कि किसानों की खुशहाली की बातें तो खूब होती हैं, लेकिन खेतों में पानी पहुंचाने की कोई व्यवस्था नहीं है. सिंचाई सुविधा के बिना खेती कैसे संभव है?
समस्याओं का समाधान करे सरकार : विनोद पांडेय
विनोद पांडेय ने कहा कि क्षेत्र में बिजली, पानी, सिंचाई, आवागमन और स्वास्थ्य सेवाओं की भारी कमी है. सरकार को प्राथमिकता के आधार पर इन समस्याओं का समाधान करना चाहिए, साथ ही युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ाये जाने चाहिए.
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