पाटन. प्रखंड के किसान पैक्स में धान की बिक्री की, लेकिन भुगतान को लेकर परेशान हैं. किसानों को इस बात की चिंता सता रही है कि आखिर कब धान का उठाव होगा और कब उनका पैसा मिलेगा. किसानों का कहना है कि धान का उठाव नहीं हो रहा है, तो इसमें उनकी की क्या गलती है, जिसकी सजा उन्हें मिल रही है. इस संबंध में पाटन प्रखंड के निमियां के किसान अरविंद कुमार ने बताया कि उनके द्वारा पाटन पैक्स में 18 फरवरी को धान दिया गया. पैक्स द्वारा 20 फरवरी को बिल दिया गया. 13 मार्च को प्रथम किस्त की राशि मिली. दूसरी किस्त की राशि के लिए पैक्स का चक्कर लगा कर थक गये. लेकिन अभी तक दूसरी किस्त की राशि नहीं मिली. पैक्स में जब भी जाते हैं, सिर्फ एक ही जवाब दिया जाता है कि जब तक धान का उठाव नहीं होगा. पैसा नहीं मिल पायेगा. किसान अरविंद कुमार जैसे कई किसान हैं. जिनके द्वारा पैक्स में धान की बिक्री कर चुके हैं, लेकिन पैसा नहीं मिल पा रहा है. पैक्स अध्यक्ष भी काफी परेशान हैं. उन लोगों के पास प्रत्येक दिन किसानों की भीड़ लग रही है. सतौवा पैक्स अध्यक्ष अरविंद सिंह ने बताया कि किसानों को पैसा भुगतान को लेकर जिला के पदाधिकारी से भी मुलाकात की है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. इसे लेकर 25 मार्च को उपायुक्त व उप विकास आयुक्त को ज्ञापन सौंपा गया है. पंकज सिंह ने बताया कि किसानों के कोप भाजन का शिकार होना पड़ रहा है. वहीं धान गोदाम में रखा गया है जिन्हें चूहा खा रहे हैं. साथ ही धान सूखता भी जा रहा है. जब किसानों से धान क्रय किया गया था तब धान का वजन कुछ था, लेकिन अब धान सूख गया है. जिसका खामियाजा पैक्स अध्यक्ष को भुगतना पड़ेगा.
जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में मंत्री को ज्ञापन सौंपा
किसानों को धान का पैसा नहीं मिल रहा है. इसे लेकर पैक्स यूनियन के जिलाध्यक्ष कृष्णा बैठा के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल रांची पहुंचा. कृषि, खाद्य आपूर्ति, सहकारिता व वित्त सह संसदीय कार्यमंत्री राधाकृष्ण किशोर से मिल कर ज्ञापन सौंपा. पैक्स अध्यक्ष के टीम में चैनपुर से निरंजन प्रसाद, शैलेंद्र चौरसिया, लेस्लीगंज के कोटखास से मनोरंजन दुबे सहित अन्य कई पैक्स अध्यक्ष शामिल हैं.
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