ग्रामीणों ने जिप सदस्य के साथ मिलकर किया विरोध प्रतिनिधि, हरिहरगंज प्रखंड के सुदूरवर्ती शिकारपुर गांव को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पिछले चार वर्षों से बदहाल है. रामरेखा नदी के किनारे स्थित इस सड़क का करीब 800 फीट हिस्सा हर साल बरसात में तेज पानी के बहाव से कटकर बह जाता है. प्रवेश राम से लेकर प्रवेश पासवान के घर तक सड़क पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है. जर्जर सड़क का सीधा असर शिकारपुर, टेनी विगहा, कारी लेबूड़ा, बिचला विगहा सहित उत्क्रमित मध्य विद्यालय और स्थानीय स्वास्थ्य उपकेंद्र तक पहुंचने में पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि दुर्दशा का खामियाजा छात्रों, मरीजों, महिलाओं और बुजुर्गों को रोजाना उठाना पड़ता है. बारिश के मौसम में सड़क पर पैदल चलना तक मुश्किल हो जाता है और बीमारों को अस्पताल ले जाना चुनौती बन जाता है. जिप सदस्य मंजू देवी और राजेश राम ने बताया कि ग्रामीण पिछले चार वर्षों से सड़क की मरम्मत की मांग कर रहे हैं. कई बार सांसद और विधायक को शिकायत किये जाने के बावजूद स्थिति जस की तस है. सोमवार को ग्रामीणों ने जिप सदस्य के साथ सामूहिक रूप से आक्रोश जताया और अविलंब सड़क निर्माण की मांग उठायी. ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे. मांग करने वालों में रामविश्वास पासवान, डॉ. दिलीप कुमार, पवन शर्मा, अभय सिंह, राकेश पासवान, मुकेश पासवान, धीरज यादव, विजय पासवान, रामवृत पासवान, लल्लू सिंह, राजाराम साव, रामनंदन पासवान और सुदर्शन साव समेत कई ग्रामीण शामिल थे.
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