– कृष्णागुप्ता –
अभियान चलाने के बावजूद, हरिहरगंज में
हरिहरगंज/पलामू : हरिहरगंज इलाके में इन दिनों माओवादियों की सक्रियता बढ़ी है. कहा जा रहा है कि माओवादी आ रहे हैं, कार्रवाई को अंजाम दे कर बिहार चले जाते हैं. पिछले दो सप्ताह के आंकड़ों पर गौर करें तो इस दौरान हरिहरगंज इलाके में तीन नक्सली घटना हुई है, इसमें दो लोगों की हत्या कर दी गयी है और मुखिया के घर पर हमला हुआ है. पूर्व में भी हरिहरगंज में माओवादियों ने कई विंध्वस्क कार्रवाई को अंजाम दिया है.
इस वर्ष हरिहरगंज इलाके में कई बार पुलिस व माओवादियों का आमना–सामना भी हुआ है. बेलोदर पंचायत के मुखिया उमेश साव का घर एनएच-98 के बगल में स्थित है, उसके बाद भी माओवादियों ने वहां आकर हमला किया.
कहा यह जा रहा है यदि पुलिस नहीं पहुंचती तो माओवादी अपने मंशा में कामयाब हो गये होते. माओवादियों की बढ़ती सक्रियता के साथ बीच यह सवाल उठा है कि आखिर जब दोनों राज्य की पुलिस साझा अभियान चला रही है, वैसे समय में माओवादियों की बढ़ती सक्रियता क्या संदेश दे रही है. क्या माओवादी इस इलाके में इतने मजबूत हो गये हैं कि उन्हें पुलिस सक्रियता का भी अब भय नहीं रहा? मालूम हो कि हरिहरगंज का इलाका बिहार से सटा हुआ है.
पहले से ही यह कहा जाता रहा है कि माओवादी यहां कार्रवाई कर बिहार की सीमा में प्रवेश कर जाते हैं. माओवादियों के इसी रणनीति पर अंकुश लगाने के लिए साझा अभियान चल रहा है, लेकिन इसके बाद भी माओवादी सक्रियता बढ़ रही है.