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सुविधा को तरस रहा बस पड़ाव

सुविधा को तरस रहा बस पड़ावफ्लायर…कोई यात्री सुविधा नहीं, सिर्फ होती है राजस्व की वसूली 6 लेट1- रोड पर बस रोक कर चढ़ाया जाता है यात्रियों को. 6 लेट 2- जर्जर शेड व चापाकल, 6 लेट 3- बंद दुकानें व राजस्व वसूली केंद्र.अस्पताल व डाकघर के पास रोड पर बस रुकने से लगता है जामप्रतिनिधि, […]

सुविधा को तरस रहा बस पड़ावफ्लायर…कोई यात्री सुविधा नहीं, सिर्फ होती है राजस्व की वसूली 6 लेट1- रोड पर बस रोक कर चढ़ाया जाता है यात्रियों को. 6 लेट 2- जर्जर शेड व चापाकल, 6 लेट 3- बंद दुकानें व राजस्व वसूली केंद्र.अस्पताल व डाकघर के पास रोड पर बस रुकने से लगता है जामप्रतिनिधि, लातेहारवर्ष 2000 में शहर के धर्मपुर मुहल्ले में सरकारी बस पड़ाव बनाया गया था. लेकिन यहां यात्रियों के लिए कोई सुविधा नहीं है. इस कारण चालक यहां बस खड़ी नहीं करते. हां, बस पड़ाव में राजस्व वसूली केंद्र जरूर है. लेकिन उस राजस्व से यात्री सुविधा बहाल नहीं की जाती है. पानी की सुविधा नहीं होने के कारण यहां यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. एक चापाकल तो है, लेकिन कई बार पंप करने के बाद पानी आता है. जर्जर है शेडबस पड़ाव में बने शेड की हालत जर्जर है. यात्रियों के बजाय यहां मवेशियों का डेरा रहता है. शेड के चारों अोर गंदगी पसरी है. ऐसे में कोई यात्री यहां बैठना भी नहीं चाहता. यहां कई दुकानें भी हैं, लेकिन खुलती नहीं हैं.सड़क पर खड़े रहते हैं यात्रीसिर्फ नाम का बस पड़ाव होने के कारण बसें यहां नहीं खड़ी होती हैं. सभी बस या तो डाकघर के पास या फिर सदर अस्पताल के पास रुकती हैं. इन जगहों पर यात्रियों के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है. फलत: यात्री सामान के साथ सड़क पर ही खड़े रहते हैं.क्या कहते हैं यात्रीयात्रियों का कहना है कि अगर बस स्टैंड में सुविधा दी जाये और सभी बस स्टैंड में खड़ी हों, तो उन्हें काफी सहूलियत होगी. राकेश प्रसाद एवं राजू प्रसाद नामक यात्रियों ने कहा कि रांची या मेदिनीनगर जाने के लिए सड़क पर खड़ा होकर बस का इंतजार करना पड़ता है. अगर साथ में महिलाएं हों, तो काफी परेशानी होती है.

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