स्वास्थ्य सचिव के विद्यासागर ने समीक्षा बैठक में कहा
मेदिनीनगर : स्वास्थ्य सचिव के विद्यासागर ने मंगलवार को चियांकी स्थित जेडआरएस के सभागार में स्वास्थ्य विभाग के कार्यो की समीक्षा की. बैठक में लातेहार, गढ़वा व पलामू के सिविल सर्जन, प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी, डीपीएम सहित कई स्वास्थ्यकर्मी शामिल थे.
इस दौरान उन्होंने पाया कि सिविल सर्जन द्वारा कार्यो की मॉनिटिरिंग करने में लापरवाही बरती जा रही है, जिसके कारण लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है. उन्होंने सभी सीएस को सक्रियता के साथ कार्य करने का निर्देश दिया.
कहा कि कार्य में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ, तो कार्रवाई होगी. सरकार जो ग्रामीण क्षेत्रों के लिए कल्याणकारी योजना चला रही है, उसका लाभ ग्रामीणों को मिले, यह सुनिश्चित किया करें. समीक्षा के क्रम में उन्होंने पाया कि कुछ प्रखंड में कार्य अच्छे हो रहे हैं, लेकिन कहीं-कहीं कार्य की स्थिति काफी खराब है.
श्री विद्यासागर ने बताया कि अक्तूबर 2012 में गढ़वा व बेतला में 16 फरवरी को भी समीक्षा बैठक की गयी थी, जिसमें लक्ष्य निर्धारित किया गया था. लेकिन लक्ष्य के अनुरूप काम नहीं हुआ. इसके साथ ही आगे के कार्यो का लक्ष्य दिया गया.
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा झारखंड सरकार को 716 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं. इससे खर्च करने के लिए समीक्षा बैठक में योजना की रूपरेखा तैयार की गयी. समीक्षा बैठक में श्री विद्या सागर ने परिवार नियोजन, मातृत्व स्वास्थ्य, किशोर व किशोरियों को मिलने वाले आयरन की गोली, शिशु स्वास्थ्य सहित कई बिंदुओं पर जानकारी ली. उन्होंने संस्थागत प्रसव पर विशेष जोर देने की बात कही.
मौके पर निदेशक प्रमुख डॉ प्रवीण चंद्रा, एनआरएचएम के निदेशक मनीष रंजन, निदेशक एके चौधरी, अपर निदेशक डॉ एमएन लाल, आरसीएच यूके सिन्हा, पलामू के आरडीडीएच दिवाकर कामत, पलामू के सिविल सर्जन डॉ योगेंद्र महतो, गढ़वा व लातेहार के विभा शरण मौजूद थीं.