चाईबासा प्रकरण. बच्चे को संक्रमित रक्त चढ़ाने की घटना के विरोध में भाजपा का धरना नगर प्रतिनिधि, पाकुड़. चाईबासा में एचआईवी संक्रमित खून चढ़ाने की घटना के दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई और स्वास्थ्य मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सिविल सर्जन को राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी सौंपा. धरना का नेतृत्व भाजपा जिला अध्यक्ष अमृत पांडेय ने किया. जिला अध्यक्ष अमृत पांडेय ने कहा कि झारखंड की सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है. अस्पतालों में डॉक्टर, दवा, बेड और एम्बुलेंस की भारी कमी है. गरीब जनता को इलाज के नाम पर सरकारी अस्पतालों में मौत परोसी जा रही है. चाईबासा सदर अस्पताल में थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को एचआईवी संक्रमित खून चढ़ाने की घटना राज्य सरकार की घोर लापरवाही को उजागर करती है. ज्ञापन में कहा गया कि राज्य सरकार की संवेदनहीनता चरम पर है. सिविल सर्जन और विभागीय अधिकारी भ्रष्ट विभागीय मंत्री के इशारे पर मनमाने टेंडर और आउटसोर्सिंग के नाम पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं. घटिया सामग्रियों की आपूर्ति, नशीली कफ सिरप की बिक्री और बिना लाइसेंस के ब्लड बैंकों का संचालन लगातार जारी है. भाजपा ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य मंत्री के संरक्षण में विभाग में कमीशनखोरी बढ़ी है. पार्टी ने मांग की कि संक्रमित खून चढ़ाने के दोषियों को जेल भेजा जाए और स्वास्थ्य मंत्री को तत्काल बर्खास्त किया जाए, ताकि गरीबों की जान के साथ हो रहा खिलवाड़ रोका जा सके. कार्यक्रम में जिला महामंत्री रूपेश भगत, पूर्व जिलाध्यक्ष विवेकानंद तिवारी, असित साहा, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष दीपक साह, हिरणपुर मंडल अध्यक्ष सुकुमार मंडल, नगर मंत्री प्राची चौधरी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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