लगातार बारिश से बांसलोई नदी (मसना नदी) का बढ़ा जलस्तर पाकुड़ नगर. लगातार बारिश से बांसलोई (मसना नदी) का जलस्तर बढ़ गया है. इससे झीकरहाटी पूर्व पंचायत के जामतला और चंडीतला गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. पानी भर जाने के कारण दोनों गांवों के करीब 25 परिवार अपने घर छोड़कर दूसरे के घरों में शरण लेने को मजबूर हैं. ग्रामीण अपने मवेशियों को सुरक्षित रखने के लिए चंडीतला ब्रिज के ऊपर बांधकर उनकी जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं. स्थिति की जानकारी मिलते ही पंचायत की मुखिया नरगिस सुलताना ने गांव का दौरा किया और बाढ़ पीड़ित परिवारों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया. उन्होंने कहा कि दो गांव के करीब 25 परिवार अपने घरों को छोड़कर अन्य जगह शरण लिए हुए हैं. कहा कि जलस्तर और बढ़ने पर स्थिति और गंभीर हो सकती है. मुखिया के अनुसार, अगर पानी का स्तर बढ़ता रहा तो सकरघाट, सितारामपुर, इस्लामपुर, कंकड़बोना पिल्लीपुर और उदयनारायणपुर समेत पांच और गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं. मुखिया नरगिस सुलताना ने कहा कि बांध का निर्माण होना जरूरी है. कहा कि स्थायी समाधान के बिना हर साल ग्रामीणों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है. उन्होंने जिला प्रशासन से तुरंत कार्रवाई करने और प्रभावित परिवारों को पर्याप्त राहत व पुनर्वास की व्यवस्था करने की अपील की. गांव में पानी भरने से लोगों को आवगमन में भी परेशानी हो रही है. लोगों को रोजमर्रा की जरूरतों के लिए कठिनाई हो रही है. वहीं, पंचायत के अतिउर रहमान ने बताया कि मसना नदी पर बना बांध करीब पांच साल पहले टूट गया था. इसके बाद से हर बरसात में यह क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ जाता है. बारिश के दौरान नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाता है. रहमान ने कहा कि बांध की मरम्मत या पुनर्निर्माण के लिए कई बार प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई. इस संबंध में पाकुड़ सीओ अरविंद कुमार बेदिया ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं थी. जानकारी प्राप्त कर राहत कार्य जल्द शुरू कर दिया जायेगा.
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