लोहरदगा़ केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा के स्थान पर लाये गये वीबी-राम जी बिल के विरोध में शनिवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने लोहरदगा समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया. पार्टी के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता विनोद पांडेय के निर्देशानुसार आयोजित इस कार्यक्रम का नेतृत्व जिला अध्यक्ष मोजम्मिल अहमद ने किया. धरना स्थल पर मौजूद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष मोजम्मिल अहमद ने कहा कि यह विधेयक पूरी तरह जनविरोधी है. यह गांव, किसान, मजदूर, आदिवासी और गरीबों की आजीविका पर सीधा हमला है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह विधेयक लागू हुआ, तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो जायेगी, जिससे बेरोजगारी, पलायन और गरीबी में भारी वृद्धि होगी. झामुमो इस बिल को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेगी और इसे अविलंब रद्द करने की मांग करती है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए जल-जंगल-जमीन और ग्रामीण संसाधनों को कमजोर करने की साजिश कर रही है. केंद्रीय सचिव नीरू शांति भगत और जिला सचिव अनिल उरांव ने भी धरने को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष जारी रखेगी. महिला जिला अध्यक्ष राधा तिर्की और युवा जिला अध्यक्ष अजय उरांव ने भी केंद्र की नीतियों पर कड़ा प्रहार किया. विरोध प्रदर्शन में मौजूद लोग : इस विरोध प्रदर्शन में सेन्हा के इसरार अहमद अख्तर, कुड़ू प्रखंड अध्यक्ष शंकर उरांव, कैरो के सज्जाद अंसारी, किस्को अध्यक्ष बिनेश गुप्ता, पेशरार अध्यक्ष अरविंद उरांव, सदर अध्यक्ष कृष्णा उरांव, भंडरा अध्यक्ष परवेज अंसारी, जयप्रकाश शर्मा, नईम अंसारी, जफर इकबाल, सरिता भगत और सुषमा उरांव, केशवर उरांव सहित सैकड़ों की संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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