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राज्य का आम बजट कैसा हो, विद्यार्थियों ने रखी अपनी राय

झारखंड सरकार द्वारा तीन मार्च को बजट पेश किया जायेगा.

व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा मिले, शिक्षकों की कमी को पूरा किया जाये. फोट़ो. मौजूद लोग फोटो.अपनी राय रखते विद्यार्थी संदीप साहु किस्को. झारखंड सरकार द्वारा तीन मार्च को बजट पेश किया जायेगा. जिसे लेकर प्रभात खबर के द्वारा इंटर कॉलेज बंजार किस्को के विद्यार्थियों से परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें परीक्षार्थियों ने अपने विभिन्न मांगों को प्रभात खबर के समक्ष रखा एवं शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए अपनी राय रखते हुए विद्यार्थियों के हित में बजट होने की बात कही गयी. विद्यार्थियों ने कहा कि बजट विद्यार्थियों के हित में होनी चाहिए. छात्रा तमन्ना कुजूर, गीता कुमारी, ममता कुमारी, पूजन्ति कुमारी, ज्ञानदीप उरांव, प्रकाश उरांव, उमेश उरांव, गोविंद उरांव, दीपू उरांव व अन्य विद्यार्थियों ने कहा कि विद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा दिया जाना चाहिए. बजट ऐसा हो, जिसमें व्यावसायिक शिक्षा के लिए सरकार का जोर हो. आज युवा बेरोजगारी का सबसे अधिक शिकार हो रहे हैं. कक्षा आठवीं के बाद विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा के तहत प्लेटफॉर्म चुन कंप्यूटर शिक्षा व अन्य शिक्षाओं पर बल दिये जाने की बात कही गयी. जिससे विद्यार्थी अपना लक्ष्य चुन पढ़ाई कर रोजगार से जुड़ सके, ताकि विद्यार्थी अपने समय रहते स्वरोजगार से जुड़ पायें एवं अपना भविष्य तय कर सकें. वहीं विद्यार्थियों को शैक्षणिक भ्रमण कराये जाने के लिए भी बजट होनी चाहिए. समय-समय पर शैक्षणिक भ्रमण करने से विद्यार्थियों के मानसिक शारीरिक एवं बौद्धिक विकास में सहयोग मिलेगा. खेलकूद पर विशेष ध्यान होनी चाहिए. समय-समय पर खेलकूद का आयोजन होते रहना चाहिए. जिसके लिए सरकार बजट में व्यवस्था करें, ताकि पहाड़ी व दुर्गम क्षेत्र के बच्चे राज्य,देश व जिले में अपना नाम रोशन कर सकें. वहीं विद्यार्थियों ने कहा कि क्षेत्र के विद्यालयों में शिक्षकों की काफी कमी है जिससे शिक्षा सही प्रकार से बच्चों को नहीं मिल पा रही है. बजट में सरकार द्वारा व्यवस्था होनी चाहिए जिससे शिक्षक की नियुक्ति हो सके एवं आवश्यकता अनुसार विद्यालयों में शिक्षक की कमी पूरा किया जा सके.सरकार की बजट शिक्षा को बढ़ावा हेतु हो,जिले में मान्यता प्राप्त कॉलेज की संख्या बढ़ाई जाए.पर्याप्त कॉलेज नहीं होने के कारण अधिकांश बच्चे मैट्रिक के बाद की शिक्षा से वंचित रह जाते हैं. मान्यता प्राप्त कॉलेज की संख्या बढ़ाया जाना चाहिए. वहीं प्रत्येक पंचायत में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय खुलना चाहिए. जिससे बालिका शिक्षा पर जोर मिल सकेगी एवं स्थानीय बालिकाएं शिक्षा से जुड़ पायेंगी. आवासीय विद्यालयों की कमी के कारण काफी छात्राएं शिक्षा से वंचित रह जाती हैं. सरकार द्वारा इसकी व्यवस्था की जानी चाहिए. गांव-गांव में जिम की व्यवस्था होनी चाहिए. मिनी जिम की व्यवस्था गांव-गांव में होने से विद्यार्थी शाररिक रूप से मजबूत बनेंगे. वहीं बजट में लाइब्रेरी की व्यवस्था में विशेष फोकस होना चाहिए. लाइब्रेरी के साथ-साथ विद्यार्थियों के लिए पुस्तक की व्यवस्था होनी चाहिए. गुवातापूर्ण शिक्षा, शौचालय की व्यवस्था, गुणवत्ता पूर्ण ड्रेस, भोजन, पानी की व्यवस्था होनी चाहिए. इस मौके पर प्राचार्य ओबैदुल्लाह परवेज, इमाम जफर परवेज, एमलेन डोरोथी मिंज, गुलनाज परवीन, अरुण कुमार,जानकी मुंडा,फरत उल्लाह अंसारी,लाल बहादुर भगत,सुजीत भगत, भीखराम उरांव,धनेश्वर उरांव व अन्य मौजूद रहे.लोगों ने कहा कि प्रभात खबर ने विद्यार्थियों के हित का ख्याल रखा ये बड़ी बात है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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