कुड़ू़ कुड़ू शहरी क्षेत्र के नीचे स्टैंड में लगा विद्युत ट्रांसफार्मर पांच दिन पहले जल जाने से इलाके का आधा हिस्सा अंधेरे में डूब गया है. इस खराबी के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), दो प्रमुख बैंक, पोस्ट ऑफिस, बुनियादी विद्यालय और दो सीएससी केंद्रों सहित लगभग 50 घरों की बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गयी है. सीएचसी की व्यवस्था चरमराई : सबसे गंभीर स्थिति सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की है. पांच दिनों से यहां की व्यवस्था केवल एक जेनरेटर के सहारे टिकी है. क्षमता कम होने के कारण जेनरेटर से जीवन रक्षक दवाओं को सुरक्षित रखने वाले डीप फ्रीजर नहीं चल पा रहे हैं. सबसे बड़ी चुनौती पानी की है़ जेनरेटर के लोड से समरसेबल पंप चलाना संभव नहीं हो पा रहा, जिससे टंकी में पानी नहीं चढ़ रहा. इससे अस्पताल के कर्मियों, भर्ती मरीजों और उनके परिजनों को भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. दो दिन पहले जेनरेटर खराब होने पर मरीजों का इलाज टॉर्च की रोशनी में करना पड़ा था, इसके बाद इसे आनन-फानन में इसे ठीक कराया गया. बैंक और एटीएम भी प्रभावित : बिजली गुल होने से पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ इंडिया में जेनरेटर के भरोसे काम हो रहा है, जबकि एसबीआइ का एटीएम पूरी तरह बंद कर दिया गया है. विद्युत आपूर्ति बाधित होने से ट्रामा सेंटर, प्रसव कक्ष और ऑपरेशन थिएटर का संचालन भी चुनौतीपूर्ण हो गया है. डीसी की फटकार का भी असर नहीं : ज्ञात हो कि एक माह पूर्व उपायुक्त डॉ ताराचंद ने औचक निरीक्षण के दौरान सीएचसी की बदहाली पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को शो कॉज जारी करते हुए कड़ी फटकार लगायी थी. बावजूद इसके, संकट के समय वैकल्पिक व्यवस्थाएं फेल नजर आ रही हैं. सीएचसी प्रभारी डॉ सुलामी होरो ने बताया कि जिला प्रशासन को स्थिति से अवगत कराया गया है. वहीं, विद्युत विभाग के कर्मियों का कहना है कि जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलने की प्रक्रिया जारी है और जल्द ही आपूर्ति बहाल कर दी जायेगी.
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