लोहरदगा़ रामकली देवी सरस्वती शिशु मंदिर के प्रांगण में वार्षिक उत्सव सह अभिभावक सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रफुल्ल सुधाकर अकांत, प्रांत शिक्षा प्रमुख सुभाष चंद्र दुबे और विशिष्ट अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर अतिथियों ने मां सरस्वती और भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित किये. समारोह में स्कूली बच्चों ने मूक सांकेतिक भाषा, लेजियम और डंबल प्रदर्शन के साथ कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किये. साथ ही दिसंबर माह की खेलकूद प्रतियोगिताओं के सफल प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया. मुख्य अतिथि प्रफुल्ल सुधाकर अकांत ने बच्चों की प्रस्तुति की सराहना करते हुए कहा कि यहां के संस्कार संगठन की शक्ति को दर्शाते हैं. उन्होंने भारत की महान परंपराओं को जीवंत रखने के लिए विद्यालय के प्रयासों को सराहा. सच्चिदानंद अग्रवाल और सुमन राय ने अपने संबोधन में शिक्षा के साथ संस्कारों के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि आज के दौर में बच्चों को आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ बड़ों के प्रति सम्मान और नागरिक कर्तव्यों का बोध कराना आवश्यक है. गणेश लाल प्रसाद ने विद्यालय के 35 वर्षों के गौरवशाली सफर को याद करते हुए कहा कि यहाे के बच्चे जिला स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं.
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