लोहरदगा : झारखंड लोकल बॉडीज इंप्लाइज फेडरेशन के तत्वावधान में लोहरदगा नगर पर्षद कर्मियों ने समाहरणालय के समक्ष भूख हड़ताल पर दूसरे दिन भी बैठे रहे. प्रदेश उप महामंत्री अयुब अली ने बताया कि राज्य सरकार दलित आदिवासी कर्मियों के साथ खिलवाड़ कर रही है. जिससे कर्मियों में काफी रोष है.
यदि सरकार पूर्व में हुए समझौते को लागू नहीं करती है तो आंदोलन को और तेज किया जायेगा. कहा गया कि 17 फरवरी को मशाल जुलूस, 18 से अनिश्चितकालीन हड़ताल, 20 से राज्य के तमाम हड़ताली कर्मी राजधानी पहुंच कर नगर विकास विभाग के मंत्री के आवास पर धरना पर बैठ जायेंगे एवं मुख्यमंत्री का घेराव करेंगे. राज्याध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, राज्य महामंत्री अनुप कुमार हरी ने संयुक्त रूप से आंदोलन को धारदार बनाने का आह्वान किया.
मौके पर विनोद कुमार, अजय कुमार सिंह, सुदामा महतो, अयुब अली, संजय प्रसाद, राकेश कुमार सिंह, रुशतम अंसारी, अशोक कुशवाहा, किरण उरांव, मंजू देवी, भारती देवी, सुरेंद्र उरांव, सुरेंद्र भगत, दुखु करुवा, बैजनाथ क रुवा, फुटना देवी, किस्टो गोपाल पटनायक, सावित्री देवी, शशि प्रसाद, रमेश साहू, अल्ताफ हुसैन, निधिया उरांव, गंदुर उरांव, सोमा उरांव, शहबाज, साकिब मौजूद थे.
क्या है मांग : नगर पर्षद कर्मियों की मांग है कि झारखंड सरकार मंत्रिपरिषद के निर्णय 1591 दिनांक 16.5.2011 के स्वीकृति के आलोक में वर्षो से कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मी को एकमुश्त नियमित की जाये. स्थापना मद वेतन भत्ता ग्रेच्युटी आदि समेत व्यय की पूर्ण राशि सरकार अपने कोष से वहन करे. तमाम निकायों के स्वीकृत पद को विलोपित संबंधित आदेश वापस लेकर तमाम अनुकंपा की नियुक्ति लंबित मामले निष्पादित करने आदि मांग शामिल है.