लोहरदगा : लोहरदगा में हिंसा के बाद लगातार जारी कर्फ्यू के बारे में विस्तार से बताते हुए आईजी नवीन कुमार सिंह ने कहा कि शुक्रवार को स्थिति शांतिपूर्ण है. पिछले 72 घंटे में किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. हमारे जो दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी गश्ती में प्रतिनियुक्त हैं. वे लगातार लोगों से और मुहल्ले वालों से बात कर रहे हैं. मुहल्ले में शांति समिति का गठन किया गया है.
रात्रि में भी कुछ लोगों को मुहल्ले में घूम-घूमकर बातचीत करने की इजाजत दी गयी है, जो लोगों के बीच जाकर शांति स्थापित करने का कार्य करेंगे. इसके साथ-साथ जिला प्रशासन की ओर से यह भी पहल की गयी है कि जिन जिले में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी लगभग 50 हजार महिलाएं हैं उनका भी सहयोग हम सामाजिक सद्भाव कायम करने के लिए करेंगे.
इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से पहल कर ली गयी है. आज जिला में धान विक्रय केंद्र खोले गये थे. वहां भी लोगों ने आकर धान दिया है. पहली पाली में 150 क्विंटल धान आने की सूचना है और उसमें से भी कहीं से किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. सारे कार्यालय भी खुले रहे और हमारा प्रयास रहेगा कि जल्द से जल्द पूरी स्थिति सामान्य कर लें.
श्री सिंह ने कहा कि एक फरवरी को सरस्वती पूजा का विसर्जन है जिसके लिए सुबह 9 बजे से 11 बजे तक का समय रखा गया था. दूसरी पाली से हम कोशिश करेंगे कि जो भी समुदाय के लोग पूजा या इबादत करते हैं वे कर सकें. साथ ही लंबी दूरी की बसों को भी चला सकें.
आठ अन्य लोगों की हुई गिरफ्तारी
श्री सिंह ने बताया कि जिले में एसआइटी पूरी तरह निष्पक्ष होकर कार्य कर रही है. आज अन्य आठ लोगों की गिरफ्तारी की गयी है. घटना के संबंध में लोगों से पूछताछ की जा रही है जितने भी लोग जख्मी थे, जिनकी भी संपत्ति का नुकसान हुआ है. उन सभी से संपर्क कर, उन्हें बुलाकर उनका बयान लिया गया है. अन्य 40-50 लोगों को चिन्हित कर लिया गया है, उनके खिलाफ हमें सबूत मिले हैं. उनके खिलाफ एसआइटी जांच का कार्य कर रही है.
लोग जरूर करें सहयोग
श्री सिंह ने कहा कि जिन्हें भी पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है वे अवश्य आकर एसआइटी का सहयोग करें. अपना जो भी पक्ष है वे जरूर रखें. अगर वे पूछताछ में शामिल नहीं होते हैं तो यह उनके विरूद्ध जायेगा. इसलिए बेहतर है कि वे आयें और अपना पक्ष रखें. वैसे किसी भी व्यक्ति को जेल नहीं भेजा गया है जो दोषी नहीं हैं. जो दोषी हैं उन्हें जरूर गिरफ्तार किया जायेगा. वे जितना विलंब करेंगे तो उन्हें न्यायालय में भी परेशानी होगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर और उपायुक्त आकांक्षा रंजन भी मौजूद रहीं.