शिक्षकों का महत्व आज भी बहुत है तसवीर-27 लेट-10 स्वागत करते छात्राएं महुआडांड़. प्रखंड मुख्यालय स्थित संत जेवियर्स महाविद्यालय में शुक्रवार को संकाय सह विद्यार्थी विकास कार्यक्रम का आयोजन उत्साहपूर्वक किया गया. कार्यक्रम में विशाखापत्तनम की वाइस प्रोविंशियल सिस्टर मैरी एंजेल बतौर रिसोर्स पर्सन शामिल हुईं, जिनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया. महाविद्यालय के प्रोफेसर रोज एलिस बारला, डॉ. प्यारी कुजूर, रीमा रेणु और अभय सुकुट डुंगडुंग के नेतृत्व में छात्राओं ने पारंपरिक नृत्य और गीतों से अतिथि का अभिनंदन किया. प्राचार्य डॉ. फादर एम. के. जोश ने पुष्पगुच्छ भेंट कर सिस्टर मैरी एंजेल का औपचारिक स्वागत किया और उनके शैक्षणिक योगदान तथा महाविद्यालय के ए ग्रेड से ऑटोनॉमस संस्थान बनने तक की यात्रा को साझा किया. सिस्टर मैरी एंजेल ने अपने संबोधन में कहा कि आज के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युग में शिक्षकों को अपनी शिक्षण पद्धति पर पुनर्विचार करना चाहिए. उन्होंने विद्यार्थियों की व्यक्तिगत विविधताओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षण की आवश्यकता पर बल दिया और यह भी कहा कि ज्ञान के लिए गुरु का महत्त्व आज भी उतना ही है जितना प्राचीन काल में था. कार्यक्रम का संचालन भूगोल विभाग की विभागाध्यक्ष शेफाली प्रकाश ने किया. इस अवसर पर आइक्यूएसी कोऑर्डिनेटर शशि शेखर, शिक्षक प्रतिनिधि जफर इकबाल, मैक्सेंशस कुजूर, शालिनी बारा, अंशु अंकिता, डॉ. मनु शर्मा, डॉ. आरिफुल हक सहित कई प्रोफेसर और विद्यार्थी उपस्थित रहे.
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