लातेहार ़ जिले के मनिका प्रखंड में संचालित डिग्री कॉलेज के विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय होता दिख रहा है. विद्यार्थी अब काॅलेज प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन के मूड में हैं. विद्यार्थियों ने बताया कि विज्ञान, कला और संकाय विषयों के स्नातक के लिए 2022-26 के सत्र में हमलोगों ने नामांकन कराया था. परंतु तीन साल बीत जाने के बाद भी अब तक केवल तीन सेमस्टर की परीक्षा हो सकी है. अगर यही स्थिति रही तो चार साल का कोर्स पूरा करने में पांच साल से अधिक का समय लग जायेगा. जिससे विद्यार्थियों का एक साल का समय व्यर्थ चला जायेगा. विद्यार्थियों ने आगे बताया कि चार वर्ष में आठ सेमेस्टर होना चाहिए था. लेकिन तीन वर्ष में मात्र तीन सेमेस्टर की ही परीक्षा हो सकी है. विद्यार्थियों काे अब चिंता सता रही है कि बचे हुए अंतिम वार्षिक सत्र में पांच सेमेस्टर की परीक्षा कैसे होगी. इससे उनपर अतिरिक्त पढ़ाई का बोझ बढ़ेगा और मानसिक दबाव पड़ेगा. छात्र संगठन एनएसयूआइ के जिला अध्यक्ष नीतीश कुमार ने इसे कॉलेज और महाविद्यालय प्रबंधन की लापरवाही बताया. उन्होंने कहा कि अगर शीघ्र ही प्रबंधन विद्यार्थियों के बचे हुए सेमेस्टर की परीक्षा समयानुसार शुरू नहीं कराता है तो छात्र संगठन आंदोलन को बाध्य होगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

