लातेहार. झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है. गिरोह के सदस्यों ने जिले में कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया है.ज्ञात हो कि मंगलवार को पलामू जिला के चैनपुर थाना क्षेत्र के अन्हारी ढोंड़ा के समीप अमन साहू को एनकाउंटर में पुलिस ने ढेर कर दिया. अमन साहू के खिलाफ लातेहार जिले में कुल 166 मामले दर्ज हैं. इनमें 111 दूसरे जिले के मामले शामिल हैं. उसके खिलाफ लातेहार के बालूमाथ थाना में सबसे अधिक 32 मामला दर्ज है. इसके अलावा लातेहार थाना में 18 और चंदवा थाना में पांच मामले दर्ज है. अमन साहू के खिलाफ रंगदारी मांगने, कोयला साइडिंग पर फायरिंग, हत्या, जेबीसी व डंपरों में आगजनी के मामले दर्ज हैं. अमन साहू गिरोह ने बालूमाथ में कोयला साइडिंग और लातेहार में रेलवे के थर्ड लाइन निर्माण कार्य कर रही कंपनी को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया था.
रुपया वसूलना अमन साहू गिरोह का था मुख्य पेशा:
गैंगस्टर अमन साहू जेल से भी गिरोह को संचालित करता था. लातेहार के कोयला कारोबारियों में उसके नाम से दहशत था. वर्ष 2021-22 में गिरोह के अपराधियों ने बालूमाथ में फुलबसिया से कोयला लेकर आ रहे पांच हाइवा में आग लगा दी थी. हाइवा में आग लगाने के बाद फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था. इस घटना में हाइवा के दो चालक को गोली लगी थी. वर्ष 2020 व 2021 में लातेहार में रेलवे लाइन का कार्य कर रही कंपनी टीटीआइपीएल की साइट पर हमला किया था. वर्ष 2022 में पुन: रेलवे साइडिंग पर हमला किया, जिसमें कंपनी के इंजीनियर बिरंची को गोली लगी थी. बताया जाता है कि अमन साहू नये युवकों को रुपये का लालच देकर गैंग में शामिल करता था और आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिलाता था. पिछले दो तीन वर्षों में लातेहार पुलिस ने गिरोह के दर्जनो युवकों को गिरफ्तार किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है