वर्ष 2018 में बनी पानी टंकी में आज तक नहीं चढ़ा पानी
ग्रामीणों का आरोप ग्राम प्रधान कर रहा सोलर एनर्जी का व्यक्तिगत प्रयोग
महुआडांड़ : प्रखंड की परहाटोली पंचायत के नगर प्रतापपुर व परहाटोली गांव के लोग वर्षों से पानी की विकराल समस्या से जूझ रहे हैं. यह इलाका आदिवासी बाहुल्य है और पिछले चार दशकों से यहां के सैकड़ों परिवार पानी के लिए एकमात्र डोगीं-डाड़ी चुआं पर आश्रित हैं. इस समस्या से निबटने के लिए वर्ष 2018 में 14वें वित्त आयोग की राशि से पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा नगर प्रतापपुर में चार लाख रुपये की लागत से पानी की टंकी बनायी गयी थी.
यह पानी की टंकी ग्रामप्रधान अरुण खेरवार की जमीन पर बनायी गयी. इस टंकी की खासियत यह है कि बोरिंग से टंकी में पानी भरने के लिए बिजली की जरूरत नहीं पड़ती है, सोलर एनर्जी के जरिये टंकी में पानी भरा जा सकता है. हैरत की बात यह है कि आज तक इस पानी की टंकी का पानी ग्रामीणों को नसीब नहीं हो सका.
ग्रामीण विजय सिंह ने बताया कि पानी की टंकी बने एक साल से अधिक समय गुजर गया लेकिन अभी तक ग्रामीणों को इस टंकी से पानी मयस्सर नहीं हुआ. ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान द्वारा सोलर एनर्जी का व्यक्तिगत प्रयोग किया जाता है जिस कारण टंकी में पानी नहीं चढ़ाया जा पा रहा है.
10 मई को बैठक में लिया जायेगा निर्णय
इस संबंध में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता महेश्वर राम ने बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा सोलर प्लेट का व्यक्तिगत उपयोग करने की शिकायत मिली है. दस मई को प्रखंड में जल सहियाओं की एक बैठक आयोजित की गयी है, इस बैठक में उक्त समस्या के समाधान के लिए आवश्यक निर्णय लिया जायेगा.
