आशीष टैगोर, लातेहार
कहते हैं कि उड़ान पखों से नहीं हौसलों से होती है और यह साबित कर दिखाया है. शहर के पहाड़पुरी में अवस्थित कार्मेल आशा केंद्र की एक दिव्यांग बच्ची ने. उस बच्ची के दोनों हाथ नहीं हैं, लेकिन उसने अपने पैरों से अपने माता-पिता को पत्र लिखकर आसन्न लोकसभा में मतदान करने की अपील की.
लोगों ने तालियां बजाकर उसकी हौसला अफजाई की. ज्ञात हो कि मतदाता जागरूकता कार्यक्रम स्वीप के तहत नोडल अधिकारी सह जिला जनसंपर्क पदाधिकारी शिवनंदन बड़ाईक के नेतृत्व में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए कई प्रकार की रचनात्मक व रोचक गतिविधियां आयोजित कर मतदान करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
इसी क्रम में सोमवार को कार्मेल आशा केंद्र में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजन किया गया. केंद्र की 50 दिव्यांग बच्चों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और अपने माता-पिता को एक पत्र लिखकर मतदान के प्रति जागरूक किया. इसके बच्चियों ने अलावा रंगोली और पेंटिंग भी बनायी.
मौके पर श्री बड़ाईक ने कहा कि शत प्रतिशत मतदान से ही देश का लोकतंत्र मजबूत होगा और यह तभी संभव है जब हर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करें. सरकारी स्तर पर शत प्रतिशत मतदान के लिए काफी प्रयास किये जा रहे हैं. लेकिन इसकी सफलता आम मतदाताओं पर ही निर्भर है. मौके पर एडीएफ सुभ्रा सेन, एपीआरओ नेहा तिवारी और मुर्शीद अंसारी ने दिव्यांग बच्चों को उनकी पेंटिंग व रंगोली बनाने में काफी मदद की.

