लातेहार : झारखंड के नक्सल प्रभावित जिले लातेहार में झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के इनामी नक्सली ने सरेंडर कर दिया. नक्सलवाद के रास्ते पर चल पड़े गुमराह युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शुरू की गयी सरकार की ‘नयी दिशा’ योजना के तहत इस नक्सली ने सरेंडर किया है.
नक्सली का नाम उपेंद्र सिंह खरवार बताया गया है. सरकार ने उसकी गिरफ्तारी पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. उपेंद्र ने पलामू के डीआइजी विपुल शुक्ला के समक्ष सरेंडर किया. सबजोनल कमांडर उपेंद्र ने बताया कि जमीन विवाद के कारण वह नक्सली बना था. उसने कहा कि मुख्यधारा में लौटने पर अब उसे अच्छा लग रहा है.
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डीआइजी विपुल शुक्ला ने कहा कि उपेंद्र सिंह खरवार पर 15 केस दर्ज हैं. वह लातेहार और पलामू में सक्रिय था. उन्होंने कहा कि नक्सलियोंपास बस एक ही रास्ता है कि वे आत्मसमर्पण कर देश के विकास में योगदान करें. ऐसा नहीं करनेपर नक्सलियोंको पुलिस अपनी गोलियों का शिकार बनायेगी.
डीआइजी ने कहा कि माओवादियों, पीएलएफआइ और जेजेएमपी को अब इस बात का एहसास हो गया है कि उग्रवाद के खिलाफ सरकार की इच्छाशक्ति के सामने वे ज्यादा दिनों तक नहीं टिकेंगे. इसलिए नक्सली संगठन के लोग सरकार की सरेंडर पॉलिसी का लाभ उठाकर आत्मसमर्पण कर रहे हैं.
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यहां बताना प्रासंगिक होगा कि पुलिस की बढ़ती दबिश और लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिशों के कारणवर्ष20017 में 47 नक्सलियों और उग्रवादियों ने सरकार की आत्मसमर्पण नीति का फायदा उठाते हुए सरेंडर किया.
इस दौरान पुलिस ने 608 उग्रवादियों और उनके समर्थकों को गिरफ्तार किया. नक्सलियों के पास से करीब डेढ़ करोड़ रुपये, लूटे गये पुलिस के 37 हथियार, जनता से लूटे गये 10 हथियार और सैकड़ों अन्य हथियार बरामद किये गये.