प्रतिनिधि मरकच्चो. लोक आस्था का महापर्व छठ की छटा में पूरा मरकच्चो प्रखंड चार दिनों तक रंगा रहा. प्रखंड मुख्यालय से लेकर ग्रामीण इलाकों में छठ मइया की महिमा व सूर्यदेव की उपासना में हजारों हाथ जल में खड़े होकर एक साथ अस्ताचलगामी एवं उदयीमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया. सर्वत्र भक्ति का माहौल रहा. प्रखंड के विभिन्न ग्रामीण इलाकों एवं छठ घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया था. जगह- जगह छठ पूजा समितियों के द्वारा छठ घाट जाने वाली गलियों व छठ घाटों को आकर्षक लाइटों एवं तोरण द्वार से सजाये गये थे. जगह जगह भगवान भास्कर की प्रतिमा स्थापित की गयी थी. प्रखंड के विभिन्न छठ घाटों में अर्घ्य देने के लिए काफी चहल-पहल देखी गयी. छठ महापर्व को लेकर क्षेत्र का बुढ़वा आहर, फुलवारी आहर, बड़ा अखाड़ा ,देवगढ़ मोहल्ला, कन्हैया नगर, पुनर्वास ,मरकचो, पपलो, जामु, सिमरिया, तेलोडीह, नावाडीह 1 खेशमी, पांडेयडीह, देवीपुर, नवलशाही, कुशमई आदि गांव में बच्चे बूढ़े युवक युवतियों व महिलाओं ने सोमवार शाम को अस्ताचलगामी व मंगलवार को उदयीमान सूर्यदेव को दूध व जल का अर्घ्य अर्पित किया. मरकच्चो प्रखंड मुख्यालय स्थित छठ पूजा समिति बुढ़वा आहर को धुर्वलाइट परसाबाद, लकराही आहर को लक्ष्मी लाईट एंड डेकोरेशन कुशमई, फुलवारी आहार को सूर्या लाइट के द्वारा आकर्षक ढंग से सजाया गया था जो आकर्षण का केंद्र था. सोमवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्पित करने के बाद मंगलवार की अहले सुबह 4:00 बजे से ही छठ एवं श्रद्धालुओं का जुटान छठ घाटों पर होने लगा था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

