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सिदो-कान्हू के बताये मार्गों पर चलें
डीसी व उनकी पत्नी समेत अन्य अतिथियों ने सिदो-कान्हू की तसवीर पर माल्यार्पण कर उनके बलिदान को याद किया. कोडरमा बाजार : हूल दिवस पर कोडरमा जिला आदिवासी संघ के तत्वावधान में पदयात्रा और समाहरणालय परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित उपायुक्त संजीव कुमार बेसरा व […]
डीसी व उनकी पत्नी समेत अन्य अतिथियों ने सिदो-कान्हू की तसवीर पर माल्यार्पण कर उनके बलिदान को याद किया.
कोडरमा बाजार : हूल दिवस पर कोडरमा जिला आदिवासी संघ के तत्वावधान में पदयात्रा और समाहरणालय परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित उपायुक्त संजीव कुमार बेसरा व उनकी पत्नी समेत अन्य अतिथियों द्वारा सर्वप्रथम सिदो-कान्हू की तसवीर पर माल्यार्पण कर उनके बलिदान को याद किया गया.
मौके पर डीसी ने कहा कि महाजनों व ब्रिटिश साम्राज्य की यातनाओं से तंग आकर 30 जून 1855 में राज्य भर के आदिवासी भोगनाडीह में एकत्रित हुए और सिदो -कान्हू चांद भैरव जैसे वीर आदिवासी सपूत के नेतृत्व में उनके खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंकने का काम किया.
इस दौरान कई लोगों ने बलिदान भी दिया. आज भी भोगनाडीह आदिवासी समुदाय प्रेरणास्रोत के रूप में जाना जाता है. उन्होंने कहा कि एक तरफ लोग चांद व अंतरिक्ष पर जा रहे है, वहीं समाज में व्याप्त कुरीतियों के कारण आदिवासी समाज पिछड़ा हुआ है. समाज के कई लोग महुआ शराब, हड़िया के पीछे पड़े हुए हैं, हमें अपने समाज में जागृति लानी होगी. इसके लिए समाज की महिलाओं और नौजवानों को आगे आना होगा, तभी समाज से कुरीतियां मिट सकती है और यही सिदो-कान्हू को सच्ची श्रद्धांजलि होगी. डीसी ने कहा कि सिदो-कान्हू और चांद भैरव के बताये मार्गों पर चल कर ही हम उनके अरमानों को पूरा कर सकते हैं.
एसडीओ प्रभात कुमार बरदियार, जिला कृषि पदाधिकारी जी हांसदा, जिला कल्याण पदाधिकारी अजीत निरल सांगा समेत कई वक्ताओं ने कहा कि आज भी आदिवासी समाज शिक्षा से काफी पीछे है. इससे वे सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सही से नहीं उठा पाते हैं.
शिक्षा से ही समाज में क्रांति आ सकती है. अधिकारियों ने समाज के शिक्षित युवाओं को आगे आकर समाज को शिक्षित करने का बीड़ा उठाने का आह्वान किया. कार्यक्रम का संचालन अलमा लकड़ा ने किया. इसके पूर्व संघ के अध्यक्ष पवन माइकल कुजूर के नेतृत्व में आगंतुक अतिथियों का स्वागत बुके देकर किया गया. इस दौरान कुजूर ने आदिवासी समाज की समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराते हुए उसे दूर करने की मांग की.
मौके पर जिला सहकारिता पदाधिकारी चंद्रजीत खलको, डीपीआरओ राहुल भारती, रवींद्र सिंह, कोडरमा सीओ अनुज बांडो, प्रतीक्षा मिंज, मंटू, उषा, कांति लकड़ा, मिल्यानुस कुजूर, तारा सियुस कुजूर समेत काफी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग मौजूद थे.
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