कोडरमा : संयुक्त मोर्चा के तहत क्लास वन फेडरेशन, नेशनल फेडरेशन ऑफ इंश्योरेंस फील्ड वर्कर्स ऑफ इंडिया एवं ऑल इंडिया इंश्योरेंस इम्प्लाई एसोसिएशन ने भारतीय जीवन बीमा निगम के झुमरीतिलैया शाखा के बाहर सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया.
दोपहर के भोजनावकाश के दौरान प्रदर्शन में शामिल फेडरेशन के पदाधिकारियों ने बताया कि एक फरवरी को संसद में प्रस्तुत बजट में एलआइसी में सरकार की हिस्सेदारी के कुछ प्रतिशत अंशधारिता को पूंजी बाजार में आइपीओ के माध्यम से बेचने का प्रस्ताव दिया गया है जो भविष्य में निश्चित रूप से अधिकांश अंशधारिता के बिक्री के मार्ग को प्रशस्त कर रहा है.
इस प्रकार की घोषणा से भारत के राज्य-स्वामित्व वाले भारतीय जीवन बीमा निगम की मूल प्रकृति को विनाशकारी परिवर्तन की राह पर भेजे जाने की आशंका है, जो पूरे देश के करोड़ों पॉलिसी धारकों को प्रभावित करेगा. यही नहीं महत्वपूर्ण वित्तीय परिस्थितियों में एलआइसी राष्ट्र के लिए एक रक्षक के रूप में नहीं आ पायेगी.
इन्होंने कहा कि एलआइसी की नींव इतनी मजबूत रही है कि बीमा क्षेत्र के खुलने के 20 साल बाद भी एलआइसी 70 प्रतिशत से अधिक बाजार हिस्सेदारी के साथ अग्रणी रही है. एलआइसी की लिस्टिंग निश्चित रूप से हमारे देश की अर्थव्यवस्था और विकास को नुकसान पहुंचायेगा. सरकार के ऐसे कृत्य के विरोधस्वरूप एक प्रारंभिक प्रतिक्रिया के रूप में चार फरवरी को एक एक घंटे की हड़ताल तथा भोजनावकाश में प्रदर्शन का निर्णय लिया है.
इस अवसर पर मंडलीय अध्यक्ष संजय कुमार, उपाध्यक्ष अमित कुमार, शाखा अध्यक्ष सुशील कुमार, शाखा सचिव विशाल कुमार, ऑल इंडिया इंश्योरेंस इम्प्लाई एसोसिएशन के शाखा अध्यक्ष सुनील कुमार, शाखा सचिव महावीर यादव, सुधीर कुमार, राजीव रंजन, अभिषेक गौरव, कंचन कुमार कश्यप आदि मौजूद थे.