खूंटी. क्षत्रिय गौरव सम्मेलन राजपूत समाज की ओर से डाक बंगला में रविवार को क्षत्रिय गौरव सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रवीण सिंह ने अपने संबोधन में क्षत्रिय समाज के इतिहास, योगदान और वर्तमान चुनौतियों पर अपनी बातों को रखा. उन्होंने कहा कि इतिहास को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया है. जिसके कारण क्षत्रिय समाज उपेक्षा का शिकार हुआ. स्वतंत्र झारखंड के निर्माण में राजपूत समुदाय ने महत्वपूर्ण योगदान दिया, लेकिन झूठी छवि बना कर उन्हें गलत बताया गया. जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. संकट की घड़ी में सबसे पहले क्षत्रिय परिवार ही मदद के लिए घर से निकलता था. सुरक्षा, खेती-बारी से लेकर समाज को हर संसाधन उपलब्ध कराने से लेकर बस्तियों को खड़ा करने में क्षत्रिय समुदाय का अहम योगदान रहा. झारखंडी समुदाय को खड़ा करने की नींव रखी, पर राजपूतों को सम्मान आज भी अधूरा है. उन्होंने आगामी 22 फरवरी 2026 में रांची में क्षत्रिय गौरव महासम्मेलन का आयोजित करने की घोषणा की. कहा कि जिले से सबकी भागीदारी सुनिश्चित करें. पूर्व सांसद सुनील सिंह ने कहा कि समाज की आर्थिक और सामाजिक एकजुटता को लेकर ही सबों को एक मंच पर आना है. इसके लिए राजपूत समाज एकजुट हो. इसके लिए जरूरी है कि धरातल में सभी एकमत होकर आगे आयें. मनोज सिंह ने कहा समय बदल चुका है. राजनीतिक भागीदारी के लिए सभी राजपूत समाज को एकजुट होना होगा. उन्होंने समाज के आपसी मतभेद और कुरीतियों को छोड़ने की अपील की. मौके पर विजय नाथ शाहदेव, ज्योतींद्र नाथ शाहदेव, मनोज सिंह, भुनेश्वर सिंह, रमेश सिंह, सतीश सिंह, एमपी सिंह, नीलांबर सिंह, दुबराज सिंह सहित सुदूरवर्ती क्षेत्रों से आए बड़ी संख्या में राजपूत समाज के लोग मौजूद थे.
रांची में 22 फरवरी 2026 को होगा क्षत्रिय गौरव महासम्मेलनB
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