खूंटी. झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ जिला कमेटी खूंटी के अध्यक्ष संजय कुमार पाठक के नेतृत्व में रविवार को सहायक अध्यापकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने खूंटी लोकसभा सांसद कालीचरण मुंडा से उनके आवासीय कार्यालय में मुलाकात की. जिसमें प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें एक सितंबर 2025 को सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा टेट अनिवार्यता को लेकर दिये गये फैसले से झारखंड के तकरीबन 40 हजार सहायक अध्यापकों और 27 हजार सरकारी शिक्षकों की समस्याओं से अवगत कराया. सांसद को एनसीटीई की अधिसूचना देकर सभी जानकारी दी. बताया गया कि वैसे सहायक अध्यापक जिनकी नियुक्ति 2010 के पहले हुई हैं, उन्हें टेट पास करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से लगभग 20-25 वर्ष कम कर चुके सहायक अध्यापकों का वर्तमान और भविष्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. जिसके लिए आरटीई की अधिसूचना को संशोधित करते हुए शिक्षकों को राहत देने की आवश्यकता है. शिक्षकों की बातों को सुनकर सांसद ने लोकसभा के शीतकालीन सत्र में आवाज उठाने का प्रयास करने का आश्वासन दिया. प्रतिनिधि मंडल में बुड़न सिंह मुंडा, जीता मिंज, सुखनाथ होरो, गौरांग मुंडा, रामसहाय मुंडा, ओम प्रकाश सिंह मुंडा, रवींद्र मुंडा आदि उपस्थित थे.
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