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जंगल हुए गुलजार और स्कूलों में पसरा सन्नाटा
सिमरिया : विद्यालयों में इन दिनों बच्चों की उपस्थिति काफी कम दिख रही है. बच्चे अपने मां-बाप के साथ महुआ चुनने में व्यस्त है. इसका मुख्य कारण गरीब है. वे लोग महुआ चुनकर दो वक्त का राशन जुटाने में लगे हैं. अन्य वर्षों की भांति इस बार महुआ का उत्पादन काफी अधिक हुआ है. महुआ […]
सिमरिया : विद्यालयों में इन दिनों बच्चों की उपस्थिति काफी कम दिख रही है. बच्चे अपने मां-बाप के साथ महुआ चुनने में व्यस्त है. इसका मुख्य कारण गरीब है. वे लोग महुआ चुनकर दो वक्त का राशन जुटाने में लगे हैं. अन्य वर्षों की भांति इस बार महुआ का उत्पादन काफी अधिक हुआ है.
महुआ की महक से पूरा क्षेत्र मदहोश है. एक ओर जहां जंगल गुलजार हैं, वही दूसरी ओर विद्यालयों में सन्नाटा पसरा है. बच्चों की किलकारियां जंगलों में गूंज रही है. बच्चे सुबह अपने माता-पिता के साथ महुआ चुनने जंगल निकल पड़ते हैं. शाम को घर वापस लौटते हैं. मालूम हो कि चतरा में काफी संख्या में महुआ का पेड़ है. हर वर्ष लोग महुआ चुनकर जीविकोपार्जन चलाते हैं. कई अभिभावकों ने बताया कि विद्यालय में परीक्षा के बाद पढ़ाई बंद होने के कारण बच्चों को अपने साथ महुआ चुनने ले जाते हैं.
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