खलारी : खलारी पोस्टऑफिस के दर्जनों ग्राहक अपने पैसे के लिए विगत एक साल से ज्यादा समय से भटक रहे हैं. बुधवार को कई ग्राहक अपना जमा पैसा लेने खलारी डाकघर आये, परंतु उन्हें निराश लौटना पड़ा. खलारी के वर्तमान पोस्टमास्टर उन्हें संतुष्ट नहीं कर पाये. पोस्टमास्टर का कहना था कि विभागीय जांच पूरा होने के बाद ही पैसे मिल सकेंगे.
खलारी का पूर्व पोस्टमास्टर बद्री राम 100 से ज्यादा डाकघर ग्राहकों का एक करोड़ से ज्यादा रुपये लेकर एक साल से अधिक समय से फरार हैं. एक डाककर्मी के अनुसार अब तक प्रकाश में आये मामले के अनुसार एक करोड़ चालीस लाख रुपये का गबन हुआ है.
ज्ञात हो कि 20 अप्रैल 2018 से पोस्टमास्टर बद्री प्रसाद अचानक लापता हैं. उसने पोस्टऑफिस के दर्जनों ग्राहक से धोखाधड़ी करते हुए उनके जमा पैसे को अपनी जेब में रख लिया और कंप्यूटर में अपलोड ही नहीं किया. ग्राहकों को विश्वास दिलाने के लिए पोस्टमास्टर ने ग्राहकोंं के पासबुक के जमा कॉलम में रुपये अंकित कर पोस्टऑफिस की मुहर लगा देता था. ग्राहक पासबुक देख कर संतुष्ट थे. किसी ने सोचा भी नहीं था कि पोस्टमास्टर उनके रुपये गबन करता जा रहा है. अप्रैल 2018 में बिना विभागीय अवकाश के बद्री राम के फरार होने के बाद यह मामला प्रकाश में आया.
जैसे-जैसे लोग अपना खाताें की जांच करायी. कई नये मामले प्रकाश में आते गये. कुल गबन कितने का है, उसका सही अंदाजा नहीं लग सका है. पोस्टमास्टर के ठगी के शिकार कई ऐसे ग्राहक हैं, जिसने रिटायरमेंट के बाद 12-12 लाख रुपये तक सालाना पेंशन योजना में जमा कराये थे. ठगे जाने के बाद आज कइयों का हाल यह है कि बुढ़ापे में उनके पास न तो इलाज के पैसे हैं, न बेटियों के विवाह के लिए राशि बची है.
प्रधानमंत्री से गुहार लगायेंगे ग्राहक : खलारी पोस्टऑफिस से ठगी के शिकार ग्राहक अब प्रधानमंत्री से गुहार लगायेंगे. पोस्टल अधिकारियों के झूठे आश्वासन से थक चुके ग्राहकों ने बताया कि उन्हें देश के प्रधानमंत्री से ही उम्मीद बची है. जल्द ही एक सामूहिक हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन पीएमओ को भेजेंगे.
क्लेम फॉर्म भरनेवालों को जल्द दिया जायेगा पैसा : डाक अधीक्षक
डाक अधीक्षक पलामू केएम त्रिपाठी ने कहा है कि खलारी के जिन ग्राहकों ने क्लेम फॉर्म जमा कर दिया है, उन्हें जल्द उनके पैसे भुगतान कर दिया जायेगा. अन्य ग्राहकों का भी जल्द क्लेम फॉर्म भराया जायेगा. त्रिपाठी ने बताया कि पैसा गबन करनेवाले पोस्टमास्टर पर विभाग ने केस किया है.